logo-image

Noida: बिल्डरों के खिलाफ एक्शन में DM, संपत्तियों को निलाम कर वसूला जाएगा पैसा

Noida Authority: अगर आप भी नोएडा में बिल्डिंग बनाने का काम करते हैं तो आपके लिए यह खबर बुरी है. क्योंकि डिफॅाल्टर बिल्डरों के खिलाफ अब ऑथोरिटी नहीं बल्कि नोएडा प्रशासन (Noida Administration)कार्रवाई करेगा.

Updated on: 11 May 2023, 02:53 PM

highlights

  • यूपी रेरा की लिस्ट में 101 बिल्डर शामिल, आरसी का 503 करोड़ रुपये बकाया 
  • एस्टेट रेग्युलिटरी अथॉरिटी ने डिफॅाल्टर बिल्डरों की संपत्ति को निलाम करने का किया ऐलान 
  • निलामी की तिथि फिलहाल 19 मई रखी गई है. इससे पहले भी हो चुकी हैं कुछ संपति निलाम

नई दिल्ली :

Noida Authority: अगर आप भी नोएडा में बिल्डिंग बनाने का काम करते हैं तो आपके लिए यह खबर बुरी है. क्योंकि डिफॅाल्टर बिल्डरों के खिलाफ अब ऑथोरिटी नहीं बल्कि नोएडा प्रशासन (Noida Administration)कार्रवाई करेगा. डीएम ने सख्त लहजे में कहा है कि डिफाल्टर बिल्डरों की संपत्ति निलाम की जाएगी. ताकि कुछ पैसा तो सरकार वसूल  हो जाए. क्योंकि बार-बार नोटिस देने के बाद भी बिल्डर सरकार का 501 करोड़ रुपए चुकता नहीं कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक डिफाल्टर बिल्डरों में कुल 101 नाम शामिल हैं. 

यह भी पढ़ें : Electric Car: सिर्फ 25 रुपए के खर्च में 200 किमी चलती है ये कार, जानें कार के अन्य फीचर्स

503 करोड़ रुपया बकाया
उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेग्युलिटरी अथॉरिटी (उप्र रेरा) ने सभी डिफाल्टर बिल्डरों की संपत्ति निलाम करने का ऐलान किया है.  मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जिसमें सबसे पहले वेव मेगा सिटी सेंटर बिल्डर के 111 फ्लैट निलाम करने की बात कही गई है. जानकारी के मुताबिक, पहले चरण में 29 मई को 38 फ्लैट और दुकानों को नीलाम कराया जाएगा, बताया जा रहा है कि बिल्डर पर यूपी रेरा की आरसी का लगभग 123.55 करोड़ रुपये बकाया है. अन्य पैसा किसी ओर डिपार्टमेंट का भी है. 

खरीदारों का लौटाया जाएगा पैसा 
जहां बिल्डरों के लिए दुखद खबर है, वहीं खरीदारों के साथ अब प्राधिकरण व नोएडा प्रशासन दोनों खड़े हो गए हैं. कहा जा रहा है कि बिल्डरों से पैसा वसूलकर खरीदारों को लौटाया जाएगा. निलामी की तिथि को लेकर अभी बैठकों को दौर चल रहा है. कुछ ही दिनों में निलामी की डेट सार्वजनिक कर दी जाएगी. ताकि उचित खरीदार बोली लगाकर संपत्ति खरीद सके. जिसके बाद जिन खरीदारों का पैसा फंसा है लौटाया जा सके.