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मोदी सरकार ने दिव्यांगों की मदद के लिए उठाया बड़ा कदम, लॉन्च किया सुगम्य भारत ऐप

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि सुगम्य भारत ऐप सरलता के साथ इस्तेमाल किया जा सकने वाला एक मोबाइल ऐप है. इसकी पंजीकरण प्रक्रिया बेहद आसान है.

Updated on: 03 Mar 2021, 11:53 AM

highlights

  • सुगम्य भारत ऐप में पंजीकरण के लिए नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी की होती है जरूरत 
  • सुगम्य भारत ऐप (Sugamya Bharat App) 10 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध 

नई दिल्ली:

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत (Thaawarchand Gehlot) ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुगम्य भारत ऐप (Sugamya Bharat App) और एक्सेस - द फोटो डाइजेस्ट नाम की एक पुस्तिका जारी की है. इस अवसर पर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) की सचिव शकुंतला डी. गामलिन और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) की संयुक्त सचिव तारिका रॉय भी उपस्थित थीं. इस ऐप और पुस्तिका को सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा विकसित किया गया है. एंड्रॉइड उपयोगकर्ताओं द्वारा इस मोबाइल ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. इस ऐप का आईओएस वर्जन 15 मार्च 2021 से उपलब्ध होगा.

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इस अवसर पर अपने संबोधन में, थावरचंद गहलोत ने कहा कि सुगम्य भारत ऐप– एक क्राउड सोर्सिंग मोबाइल एप्लीकेशन - भारत में एक्सेसिबल इंडिया अभियान के 3 स्तंभों यानी निर्मित वातावरण, परिवहन क्षेत्र और आईसीटी से संबंधित माहौल में संवेदनशीलता और सुगम्यता को बढ़ाने का एक साधन है. यह ऐप पांच मुख्य सुविधाएं प्रदान करता है, जिनमें से 4 का सीधा संबंध सुगम्यता बढ़ाने से है, जबकि पांचवीं सुविधा खासतौर पर सिर्फ कोविड संबंधी मुद्दों से जुड़े दिव्यांगजन के लिए है. सुगम्यता से जुड़ी सुविधाएं इस प्रकार हैं: सुगम्य भारत अभियान के 3 व्यापक स्तंभों में दुर्गमता की शिकायतों का पंजीकरण; जन - भागीदारी के रूप में लोगों द्वारा साझा की जा रही अनुकरणीय उदाहरणों और बेहतरीन प्रथाओं की सकारात्मक प्रतिक्रिया; ताजा विभागीय जानकारियां; और सुगम्यता से संबंधित दिशानिर्देश एवं परिपत्र.

गहलोत ने कहा कि लोगों को शामिल करते हुए सुगम्यता के मुद्दे को सार्वजनिक पटल में स्थापित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने एक ऐसे मोबाइल एप्लिकेशन की कल्पना की, जिसमें दिव्यांगजनों तथा अन्य लोगों को पेश आने वाली सुगम्यता से संबंधित समस्याओं को जन -भागीदारी के माध्यम से आमजन के बीच रखा जा सके. आमजन के बीच सुगम्यता से संबंधित समस्याओं को रखे जाने की यह प्रक्रिया सुगम्यता की जरूरत के बारे में संवेदनशीलता और जागरूकता पैदा करने के दोहरे उद्देश्यों को पूरा करेगी और निर्मित स्थानों, परिवहन और अन्य सेवाओं के क्षेत्र में उपलब्ध कराई जा रही सुगम्यता संबंधी सुविधाओं से जुड़ी धारणाओं में भी एक बदलाव लाएगी. देशभर में सुगम्यता संबंधी गतिविधियों के कार्यान्वयन से सुलभ भारत अभियान के तहत सार्वभौमिक रूप से सुलभ और समावेशी भारत बनाने के दृष्टिकोण को मदद मिलेगी.

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कैसे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
गहलोत ने कहा कि सुगम्य भारत ऐप सरलता के साथ इस्तेमाल किया जा सकने वाला एक मोबाइल ऐप है. इसकी पंजीकरण प्रक्रिया बेहद आसान है. इसके लिए केवल 3 अनिवार्य बातों - नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल-आईडी - की जरूरत होती है. पंजीकृत उपयोगकर्ता सुगम्यता से संबंधित समस्याओं को उठा सकते हैं. इस ऐप में उपयोगकर्ताओं के अनुकूल कई सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जैसे कि आसान ड्रॉप-डाउन मेन्यू, हिन्दी और अंग्रेजी में वीडियो के साथ - साथ इसमें पंजीकरण और तस्वीरों के साथ शिकायतों को अपलोड करने की प्रक्रिया को संकेत भाषा में व्याख्या के साथ प्रदर्शित भी किया गया है. 

10 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है ऐप
इस ऐप को दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा उपयोग में आसानी के दृष्टि से सुलभ बनाया गया है, जिसमें फ़ॉन्ट आकार के समायोजन, रंग को कम –ज्यादा करने का विकल्प, लिखित सामग्री से बोलने का विकल्प और हिंदी एवं अंग्रेजी में एक एकीकृत स्क्रीन रीडर जैसी विशेषताएं हैं. यह ऐप 10 क्षेत्रीय भाषाओं - हिन्दी, अंग्रेजी, मराठी, तमिल, ओडिया, कन्नड़, तेलुगु, गुजराती, पंजाबी और मलयालम - में उपलब्ध है. इस एप्प में जियो टैगिंग विकल्प के साथ उस परिसर का फोटो आसानी से अपलोड करने का भी प्रावधान है, जहां सुगम्यता संबंधी हस्तक्षेप की जरूरत है. इस ऐप में पंजीकरण के समय उपयोगकर्ताओं को सूचनाएं प्रदान करने, शिकायत की ताजा स्थिति की नियमित जानकारी के साथ-साथ उसके समाधान के समय और उसे बंद करने का भी प्रावधान है.

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उन्होंने कहा कि "एक्सेस - द फोटो डाइजेस्ट" शीर्षक वाली पुस्तिका विभिन्न राज्यों और केन्द्र - शासित प्रदेशों से प्राप्त तस्वीरों का एक संग्रह है. इस पुस्तिका की परिकल्पना विभिन्न हितधारकों को सुगम्यता से जुड़ी 10 बुनियादी बातों और उससे संबंधित अच्छी - बुरी प्रथाओं के बारे में चित्रात्मक रूप से आसानी से समझाने के उद्देश्य से एक उपकरण और गाइड के रूप में की गई है. इस पुस्तिका का इलेक्ट्रॉनिक संस्करण विभाग के ऐप और वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगा. (इनपुट पीआईबी)