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मोदी सरकार ने इन बच्चों को दी संजीवनी, खाते में डाले 10-10 लाख रुपए

government scheme: ऐसे बच्चों के लिए खुशखबरी है, जिन्होंने कोरोना काल (corona period) में अपने को खोया है. यानि कोरोनाकाल में अनाथ हुए बच्चों को केन्द्र की मोदी सरकार (Modi government at the center)आर्थिक मदद के रूप में 10-10 लाख रुपए दे रही है.

Updated on: 09 May 2022, 03:46 PM

नई दिल्ली :

government scheme: ऐसे बच्चों के लिए खुशखबरी है, जिन्होंने कोरोना काल (corona period) में अपने को खोया है. यानि कोरोनाकाल में अनाथ हुए बच्चों को केन्द्र की मोदी सरकार (Modi government at the center)आर्थिक मदद के रूप में 10-10 लाख रुपए दे रही है. जानकारी के मुताबिक कुछ पात्र बच्चों के खाते में धनराशि ट्रांसफर (money transfer)भी कर दी गई है. आपको बता दें कि मोदी सरकार ने फरवरी में ऐसे बच्चों के आवेदन मांगे थे. जिनके माता-पिता ने कोरोना में जान गंवाई है. अब उन आवेदन वाले बच्चों के खाते में 10-10 लाख रुपए ट्रांसफर किये जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक 5 मई से बच्चों के खाते में पैसे भेजे जा रहे हैं. यही नहीं कई अऩ्य सुविधाएं (Other facilities)भी सरकार की ओर से ऐसे जरूरतमंद बच्चों को दी जाएगी.

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ये सुविधाएं भी मिलेंगी
आपको बता दें कि सीएम बाल कोविड योजना (CM Bal Kovid Scheme) में बच्चों को हर माह 5 हजार रुपए, नि:शुल्क राशन और नि:शुल्क शिक्षा का प्रावधान है, वहीं केंद्र की योजना के तहत आर्थिक सहायता, इलाज और नि:शुल्क शिक्षा का लाभ मिलेगा. योजना में करीब 29 बच्चे पात्र हैं. योजना लागू हुए करीब 10 माह हो चुके हैं. आपको बता दें कि योजना के तहत पहले ही आवेदन मांगे गए थे. जिसके बाद डाकघर में एडीएम के साथ संयुक्त बैंक खाता खोला गया. बाल संरक्षण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक चेन्नई से बच्चों की पासबुक आ चुकी है. सभी बच्चों के बैंक खाते में राशि भी जमा हो चुकी है. 23 साल का होने पर एकमुश्त 10 लाख रुपए निकाले जा सकते हैं. 

पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन स्कीम (PM Cares For Children Benefits) के तहत 10 साल से कम आयु के अनाथ बच्चों को उनके नजदीकी केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन दिलाया जाता है. वहीं निजी स्कूल में एडमिशन होने पर बच्चे की फीस केंद्र सरकार पीएम केयर्स फंड से करती है. यही नहीं सरकार बच्चे की किताबें और स्कूल ड्रेस आदि का खर्च भी वहन करती है. स्कीम के तहत 11 साल से अधिक उम्र के बच्चों का एडमिशन सैनिक स्कूल और नवोदय विद्यालय में कराया जाता है. आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी अनाथ बच्चों को 5 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस दिया जाता है और सरकार 18 साल की उम्र तक प्रीमियम जमा करती है.