देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. इसी क्रम में मोदी सरकार (Modi Government) ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों (International Flights) को लेकर बड़ा फैसला लिया है. अब भारत में 31 जुलाई तक अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों पर प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है. सरकार ने ये फैसला कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को लेकर लिया है.
यह भी पढे़ंः सरहद पर प्रधानमंत्री की चीन को दो टूक, जानें PM मोदी के भाषण की 10 बातें
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या छह लाख के पार पहुंच गई है. मोदी सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चेन को तोड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों पर रोक बढ़ाने का फैसला लिया है. देश में जहां घरेलू उड़ानें शुरू हो गई हैं तो वहीं ट्रेनों के नियमित संचालन पर 12 अगस्त तक प्रतिबंध बढ़ा दिया है.
आपको बता दें कि इससे केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने इंटरनेशनल फ्लाइट्स को शुरू करने को लेकर कहा था कि अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स को दोबारा शुरू करने का फैसला अन्य देशों के फ्लाइट्स चालू करने पर निर्भर करेगा.
हरदीप सिंह पूरी ने कहा था कि हमारी फ्लाइट की संख्या को बढ़ाने की क्षमता पूरी तरह से गंतव्य स्थान की फ्लाइट को लेने की इच्छा पर निर्भर करती है. अंतरराष्ट्रीय यातायात ने जो भी सुझाव दिया है हम केवल वही कर रहे हैं. जब हम अंतरराष्ट्रीय उड़ान फिर से शुरू करेंगे, उस समय पर उड़ान प्राप्त करने के लिए अन्य देशों पर निर्भर रहना होगा.
यह भी पढे़ंः1962 की तरह खुद को अलग-थलग न समझें सेना, पीएम मोदी ने अपने दौरे से दिया संदेश
साथ ही हरदीप सिंह पुरी ने बताया था कि वंदे भारत मिशन के तहत अब तक 2.75 लाख लोगों को विदेशों से लाया गया है. आने वाले दिनों में यह मिशन जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि जो लोग विदेश से लाए जा रहे हैं उन्हें नियमानुसार क्वारंटाइन किया जा रहा है.
एयर इंडिया को लेकर हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि एयर इंडिया के विभाजन या विनिवेश को लेकर मैं कभी आशान्वित या आश्वस्त नहीं रहा हूं. एयर इंडिया एक प्रथम श्रेणी की संपत्ति है. वंदेभारत मिशन में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वुहान से लोगों को निकाल कर लाया हो या फिर दूसरे देशों से लोगों को निकलना. एयर इंडिया हमेशा केंद्र में रही है.