देश में लॉकडाउन (Lockdown) के चलते अलग-अलग जिलों में फंसे प्रवासी मजदूरों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों की घर वापसी को लेकर गृह मंत्रालय और रेल मंत्रालय ने शुक्रवार को बड़ा फैसला लिया है. गृह मंत्रालय ने ऐलान किया है कि अब स्पेशल ट्रेनों से विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को घर भेजा जाएगा. इस पर रेल मंत्रालय (Railway) ने जानकारी दी है कि रेलवे की ओर से मजदूर दिवस के मौके पर एक मई को 'श्रमिक स्पेशल' ट्रेनें शुरू की गई हैं. इन ट्रेनों के जरिये फंसे लोगों और मजदूरों को घर भेजा जाएगा.
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गृह मंत्रालय की ओर से एक मई को जारी आदेश में कहा गया है कि इसके लिए रेल मंत्रालय नोडल अफसर की नियुक्ति करेगा. रेलवे के अनुसार, यात्रा से पहले लोगों की मेडिकल जांच होगी. इस मेडिकल जांच में जो लोग ठीक पाए जाएंगे, वे ही यात्रा कर पाएंगे. राज्य सरकारें इन लोगों को रेलवे स्टेशन लाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन करते हुए सैनिटाइज की गई बसों का इस्तेमाल करेंगी.
रेल मंत्रालय का कहना है कि प्रवासी श्रमिकों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी. इसके तहत लिंगमपल्ली से हटिया, अलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से लखनऊ, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना और कोटा से हटिया तक चलाने की योजना बनाई. रेलवे ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि हर यात्री को मास्क से चेहरा ढकना आवश्यक होगा. साथ ही उनके खानपान की व्यवस्था राज्य सरकार स्टेशन पर करेगी. लंबी यात्रा के दौरान यात्रियों को रेलवे एक बार का खाना मुहैया कराएगी.
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गंतव्य स्थान पहुंचने के बाद संबंधित राज्य सरकार यात्रियों की स्क्रीनिंग और उनके आगे की यात्रा तय करेगी. नोडल अफसर लोगों की आवाजाही को लेकर लगातार राज्य सरकारों से संपर्क में रहेंगे. रेल मंत्रालय जल्द ही टिकट की बिक्री और ट्रेनों, प्लेटफॉर्म व स्टेशनों के सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोविड-19 से बचने के अन्य सुरक्षा उपाय के लिए गाइडलाइंस जारी कर सकता है.
तेलंगाना से झारखंड के लिए पहली ट्रेन चली
आपको बता दें कि केंद्र सरकार से इजाजत मिलने के बाद शुक्रवार सुबह पहली ट्रेन चली है. यह ट्रेन देश के अलग-अलग राज्यों से होती हुई वहां फंसे मजदूरों, छात्रों और अन्य लोगों को लेकर तेलंगाना के लिंगमपल्ली से लेकर झारखंड के लिए रवाना हुई है. केंद्र के इस प्रयास में राज्य सरकारों ने भी सहमति देते हुए उसका साथ दिया है. इस ट्रेन में 1225 अप्रवासी मजदूर अपने घरों को जाने के लिए रवाना हो चुके हैं.