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Petrol-Diesel को बाय-बाय, मार्केट में उतरी गोबर से चलने वाली कार!

Petrol-Diesel: एक जहां लोग लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल की कीमतों से परेशान हैं, वहीं सरकार तेल पर निर्भरता कम करने के लिए नई-नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है.

Updated on: 30 Jan 2023, 08:15 PM

New Delhi:

Petrol-Diesel: एक जहां लोग लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल की कीमतों से परेशान हैं, वहीं सरकार तेल पर निर्भरता कम करने के लिए नई-नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है. सरकार ग्रीन एनर्जी के साथ इलेक्ट्रिक वाहनों, हाइड्रोजन और फ्लैक्स फ्यूअल जैसी तकनीकि पर जोर दे रही है. हालांकि इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद को लेकर लोगों का उत्साह शुरुआत में तो काफी देखने को मिला था, लेकिन ईवी की कीमतें बजट से ज्यादा होने के कारण खरीदारों ने उनसे दूरी बना ली. 

जानें क्या है कंपनी का प्लान

इस बीच भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी एक ऐसी टेक्नोलॉजी लेकर आई है, जिसके बारे में सुनकर आप उसकी दीवाने हो जाएंगे. दरअसल, मारुति सुजुकी ने गाय के गोबर से वाहन चलाने की बात कही है. सुजुकी मोटर कार्पोरेशन ने अब क्लीनर फ्यूल ऑप्शन पर फोकस करने की बात कही है. क्लीनर फ्यूल पॉलिसी के तहत कंपनी बायोगैस का उत्पादन करने के लिए गाय के गोबर को काम में लाएगी. जिसका इस्तेमाल फ्यूचर में सीएनजी वाले वाहनों को चलाने में किया जाएगा. आपको शायद पता होगा कि मारुति सुजुकी के पास देश का सबसे बड़ा सीएनजी उत्पाद पोर्टफोलियो है. बताया जा रहा कि कंपनी अब ऑप्शनल फ्यूल पर फोकर कर रही है.

10 किलो गोबर में कितना चलेगी कार

सुजुकी कंपनी की ओर से कहा गया कि पर्यावरण के लिहाज से कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए बायोगैस बिजनेस में हाथ आजमाया है. बायोगैस के लिए गाय के गोबर को यूज किया जाएगा. फिलहाल भारत में सीएनजी का मार्केट 70 प्रतिशत के आसपास है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि गांवों में गोबर को कचरा समझकर अक्सर फेंक दिया जाता है. लेकिन मारूति की इस योजना से गोबर को खरीदा जाएगा, जिससे गांव वालों की आमदनी पढ़ेगी. वहीं, कंपनी का मानना है कि 10 गायों के एक दिन के गोबर से एक दिन के एक कार को चलाया जा सकता है.