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क्रेडिट कार्ड (Credit Card) को बंद कराने से पहले जान लीजिए ये जरूरी बातें, नहीं तो हो जाएंगे परेशान

जानकारों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड (Credit Card) को बंद कराने से पहले सभी तरह के बकाए का भुगतान करना जरूरी होता है. जानकारों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड को बंद या फिर कैंसिल कराने से पहले रिवॉर्ड प्वाइंट की जांच जरूर कर लेनी चाहिए.

Updated on: 30 Aug 2021, 12:11 PM

highlights

  • क्रेडिट कार्ड बंद होने की वजह से क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है 
  • क्रेडिट कार्ड जितना पुराना होगा स्कोर में योगदान उतना ज्यादा होगा 

नई दिल्ली :

कोरोना वायरस महामारी की वजह से लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा है. रोजमर्रा के जीवन में अपना खर्च चलाने के लिए लोगों को क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का सहारा लेना पड़ रहा है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड के बिल में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है और परिस्थिति ठीक नहीं होने की वजह से लोगों को उसके बिल का भुगतान करने में काफी दिक्कत हो रही है. वहीं कई बार एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड होने की वजह से भी उनको संभालना भी काफी मुश्किल हो जाता है. वहीं कुछ यूजर्स क्रेडिट कार्ड से ज्यादा खर्च नहीं हो इसके लिए वे अपने क्रेडिट कार्ड को बंद करना चाहते हैं. जानकारों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड को बंद कराने की प्रक्रिया बेहद आसान है और इससे कार्डहोल्डर अनावश्यक चार्जेस से भी बच सकते हैं.

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क्रेडिट कार्ड को बंद करने से पहले इन बातों का ध्यान रखने की जरूरत
जानकारों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड को बंद कराने की प्लानिंग कर रहे लोगों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखने की काफी जरूरत है. जानकारों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड को बंद कराने से पहले सभी तरह के बकाए का भुगतान करना जरूरी होता है. दरअसल, इस बकाये पर ब्याज लगाया जाता है और अगर समय पर इस बकाये का भुगतान नहीं किया जाता है तो कार्ड होल्डर के ऊपर जुर्माना भी लगाया जा सकता है. आपको बता दें कि क्रेडिट कार्ड बकाये का भुगतान समय पर चुकाने से कार्ड होल्डर का क्रेडिट स्कोर भी अच्छा रहता है. वहीं अगर कोई कार्ड होल्डर पैसे की कमी की वजह से बकाया राशि का भुगतान करने में असमर्थ है तो वह बैंक की सहायता से ट्रांसफर प्रोसेस शुरू करके बकाया राशि को नए क्रेडिट कार्ड में ट्रांसफर कर सकता है.

 क्रेडिट कार्ड बंद होने की वजह से कम हो जाता है क्रेडिट स्कोर   
जानकारों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड को बंद या फिर कैंसिल कराने से पहले रिवॉर्ड प्वाइंट की जांच जरूर कर लेनी चाहिए. कार्ड होल्डर को समय रहते इन रिवॉर्ड प्वाइंट को Redeem कर लेना चाहिए. बता दें कि कार्ड के कैंसिल होने के 45 दिन के भीतर बचे हुए रिवॉर्ड प्वाइंट की रिडीम किया जा सकता है. बता दें कि क्रेडिट कार्ड बंद होने की वजह से क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है. जानकारों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड जितना पुराना होगा स्कोर में योगदान उतना ही ज्यादा होगा. बता दें कि क्रेडिट स्कोर कम होने की वजह से लोन पर ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है.

जानकारों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड के कैंसिलेशन के लिए अप्लाई करने के बाद कार्ड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. दरअसल, कैंसिलेशन की प्रक्रिया के दौरान अगर क्रेडिट कार्ड के जरिए कोई नया ट्रांजैक्शन हो जाता है तो संबंधित बैंक कैंसिलेशन की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाएगा. जानकारों का कहना है कि जरूरी होने पर ही क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करना चाहिए और समय पर बिल का भुगतान करना चाहिए. ग्राहकों को हर महीने कार्ड का स्टेटमेंट जरूर देखने के साथ ही प्रोमोशनल ऑफर्स का सोच-समझ कर इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा इस्तेमाल से पहले नियम-शर्तें अच्छे से समझना भी बेहद जरूरी है. ग्राहकों को इस्तेमाल से पहले बजट बनाना चाहिए और उसी के हिसाब से खर्च करने की आदत बनानी चाहिए. जानकारों का कहना है कि एक बार में पूरी रकम का भुगतान करना चाहिए. इसके अलावा एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने से बचना चाहिए. 

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इमरजेंसी में क्रेडिट कार्ड के जरिए करें कैश की निकासी 
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि कार्ड का इस्तेमाल फिजूलखर्ची के लिए नहीं करना चाहिए. कार्ड से कैश नहीं निकालना चाहिए, दरअसल, इस पर ब्याज दरें बहुत ज्यादा हैं. सिर्फ और सिर्फ इमरजेंसी में ही कार्ड से कैश निकालने की कोशिश करनी चाहिए. बता दें कि क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने पर फीस लगती है. कैश निकालने पर ब्याज पैसे निकालने के दिन से लागू होता है. बकाया सारी रकम एक साथ चुकाने की कोशिश करनी चाहिए.