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IRCTC: अब ट्रेन में महिलाओं को नहीं सताएगा डर, रेलवे ने शुरू की खास सुविधा

Indian Railways: जिन महिलाओं का ट्रेन से अकेले आना-जाना रहता है. साथ ही उन्हें सफर के दौरान और स्टेशन से घर जाने में डर सताता है तो अब उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि रेलवे मेरी सहेली (Meri Saheli)नामक सुविधा शुरू की थी.

Updated on: 01 Dec 2022, 08:14 PM

highlights

  • खासकर जाड़ों के सीजन में महिलाओं को अकेले ट्रेन में सताने लगता है भय 
  • रेलवे पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए फिर चलाया अभियान 

नई दिल्ली :

Indian Railways: जिन महिलाओं का ट्रेन से अकेले आना-जाना रहता है. साथ ही उन्हें सफर के दौरान और स्टेशन से घर जाने में डर सताता है तो अब उन्हें डरने की जरूरत नहीं है. क्योंकि रेलवे मेरी सहेली (Meri Saheli)नामक सुविधा शुरू की थी. जिसका अब विस्तार कर दिया गया है. यानि अब ज्यादातर स्टेशनों पर आपको प्रोटेक्शन के लिए सहेली नामक महिला सुरक्षाकर्मी (female security guard) ट्रेन में मिल जाएंगी. जिसके बाद आपका डर पूरी तरह खत्म हो जाएगा. क्योंकि इन सहेलियों की जिम्मेदारी होगी  कि यदि आपको स्टेशन पर रात ज्यादा हो गई है तो आपको घर तक ड्रॅाप करें.  जनवरी 2022 में शुरू हुई सुविधा अब पूरे देश में लागू होने जा रही है. आपको बता दें कि अभी तक चुनिंदा स्टेशनों पर ये सुविधा मिलती थी.

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अभियान का किया जाएगा विस्तार 
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब मेरी सहेली नामक अभियान देश के सभी स्टेशनों पर चलाने की तैयारी है. हालाकि जिन स्टेशनों पर महिला रेलवे पुलिसकर्मियों की कमी है. वहां अभी सहेली नामक महिला सुरक्षाकर्मी नहीं मिलेंगी. पिछले साल जनवरी में रेलवे ने कुछ ट्रेनों में जैसे  स्क्वाड जंक्शन से चलने वाली इंटरसिटी, आला हजरत एक्सप्रेस आदि में इस अभियान को शुरू किया था.  हालाकि अभी सभी ट्रेनों में सुविधा कब से मिलेगी. इसकी घोषणा अभी रेलवे ने नहीं की है. लेकिन सूत्रों का दावा है कि सहेली नामक अभियान काफी सफल रहा है. महिलाओं ने अभियान की काफी सराहना की है.

तैयार किया जाता है डाटा 
आपको बता दें कि जो महिलाएं अक्सर अकेली सफर करती हैं. सहेली नामक टीम उन महिलाओं का पूरा रिकॅार्ड अपने पास रखती हैं. जरा भी संदेह होने पर उन्हें पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. महिला यात्री का नाम, पता, पीएनआर नंबर और मोबाइल नंबर भी नोट डाउन किया जाता है. वहीं स्टेशन बदलने पर संबंधित स्टेशन की टीम आगे के सफर में महिलाओं को सुरक्षा देती हैं. यही नहीं स्टेशन पर ज्यादा देर होने पर घर तक पहुंचाने के लिए आरपीएफ ने इंतजाम किया है. फिलहाल लगभग आधा दर्जन ट्रेनों में सहेली टीम काम कर रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आगामी दिनों सभी मुख्य ट्रेनों में महिला सुरक्षाकर्मी मौजूद रहेंगी.