logo-image

IRCTC ने दोबारा शुरू की ई-कैटरिंग,  ऐसे कर सकते हैं खाना ऑर्डर 

IRCTC eCatering: पिछले साल मार्च में कोरोना की लहर तेज होने के बाद ही रेलवे ने ट्रेन के अंदर खानपान सेवाओं, पैंट्री कार सेवाओं पर रोक लगा दी थी. हालात में सुधार को देखते हुए अब रेलवे ने इस साल IRCTC की ई-कैटरिंग सेवाओं को फिर से शुरू किया है.

Updated on: 15 Aug 2021, 12:51 PM

नई दिल्ली:

IRCTC eCatering: कोरोना के बढ़ते मामलों का असर IRCTC की ई-कैटरिंग सेवाओं सेवाओं पर भी पड़ा था. रेलवे ने कोरोना को देखते हुए इसकी सेवाओं को बंद कर दिया था. अब धीरे-धीरे कोरोना के मामले कम होने लगे हैं. ऐसे में कोरोना के घटते मामलों के बाद रेलवे ने IRCTC की ई-कैटरिंग सेवाओं को फिर से शुरू किया है. अगर आप ट्रेन में खाना खाना चाहते हैं तो इसका लुत्फ उठा सकते हैं. यात्री ऑनलाइन फूड बुक कर सकते हैं जिसे उनकी सीट तक पहुंचा दिया जाएगा. IRCTC ने हाल में ट्वीट कर जानकारी दी है, 'अब ट्रेन में भूखे नहीं रहेंगे आप क्योंकि #IRCTCEcatering तक पहुंच संभव है! तो लॉन्ग जर्नी हो या शॉर्ट अपनी पसंदीदा चीज का ऑर्डर करें और अपनी ट्रेन में सीट/बर्थ पर उसे हासिल करें.' 

जानें कैसे ऑर्डर होगा खाना
अगर आप ट्रेन में खाना ऑर्डर करना चाहते हैं तो आपको www.ecatering.irctc.co.in पर जाना होगा. यहां अपने टिकट का 10 अंकों वाला पीएनआर नंबर डालें. अपनी ट्रेन के मुताबिक आप कई तरह के फूड कैफे,आउटलेट और क्विक सर्विस रेस्टोरेंट का चुनाव कर सकते हैं. यहां ऑर्डर करें और मोडऑफ पेमेंट चुनें. आप ऑनलाइन या कैश ऑन डिलिवरी का चयन कर सकते हैं. इसके बाद आपकी सीट/बर्थ पर ऑर्डर पहुंच जाएगा. 

पिज्जा, बर्गर से लेकर सब मिलेगा
आप इस वेबसाइट से आप Domino’s, Comesum, Zoop जैसे करीब 500 रेस्टोरेंट से खाना ऑर्डर कर सकते हैं. IRCTC ने इसके लिए एक नया ई-कैटरिंग ऐप भी लॉन्च किया है जिसे गूगल प्ले या आई स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.

सुरक्षा का रखा जा रहा ध्यान
रेल यात्रियों में सुरक्षा का भाव पैदा किया जा रहा है. खाने- पीने से लेकर रेलवे की हर सर्विस में कोविड- 19 के गाइड लाइन का पालन करने की गारंटी दी जा रही है. भारतीय रेलवे के उपक्रम आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग सर्विस एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन) ने भी एक नया फार्मूला तैयार किया है. इसके तहत पेंट्रीकार के कर्मचारी और रेलवे स्टॉल वेंडरों को 'आई एम वेक्सीनेटेड' लिखा बैच लगाना अनिवार्य कर दिया है. ताकि छुआछूत जैसी बीमारी से सहमे यात्रियों में सुरक्षा का भाव जगाया जा सके. रेलवे से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार कैटरिंग सर्विस से जुड़े 90 फीसदी कर्मचारियो को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है, जबकि शेष लोगों ने पहली डोज कंप्लीट कर लिया है. दूसरी डोज के बाद ही उनकी सेवा ली जाएगी.