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कृपया ध्यान दें: देश भर में 31 मई को नहीं चलेंगी ट्रेनें! ये है वजह

Latest Update Of Indian Railway: 31 मई 2022 को ट्रेन ना चलने का नोटिस सभी गुस्साए ट्रेन मास्टरों ने रेल मंत्रालय को दे दिया है. 35 हजार से ज्यादा रेल स्टेशन मास्टरों ने 31 मई 2022 को देश भर में ट्रेन की हड़ताल का नोटिस मंत्रालय को दिया है.

Updated on: 21 May 2022, 02:29 PM

highlights

  • रिक्त पदों की भर्ती के लिए स्टेशन मास्टर्स की हड़ताल
  • सरकार लंबे समय से नहीं सुन रही मांगे अब हड़ताल
  • स्टेशन मास्टर्स ने रेलवे मंत्रालय को थमाया नोटिस

नई दिल्ली:

Train strike Latest Update Of Indian Railway: भारतीय रेलवे की ओर से बड़ी अपडेट मिल रही है. अगर आप भी ट्रेन से सफर करते हैं तो ध्यान दें. इंडियन रेलवे की ओर से 31 मई 2022 को देशभर में ट्रेनों का संचालन नहीं किया जाएगा. दरअसल इस दिन देश भर के रेलवे स्टेशन मास्टर बड़ी हड़ताल पर रहेंगे. 31 मई 2022 को ट्रेन ना चलने का नोटिस सभी गुस्साए ट्रेन मास्टरों ने रेल मंत्रालय को दे दिया है. 35 हजार से ज्यादा रेल स्टेशन मास्टरों ने 31 मई 2022 को देश भर में ट्रेन की हड़ताल का नोटिस मंत्रालय को दिया है. जाहिर है स्टेशन मास्टर्स के इस फैसले से देशभर के लोगों को ट्रेन के ना चलने से बड़ी परेशानी आने वाली है. ऐसे में सभी की नजर रेल मंत्रालय पर टिकी है. 31 मई से पहले रेल मंत्रालय का कोई बड़ा फैसला आता है तो हड़ताल का टला जाना संभव हो सकता है.

गुस्साए हैं देश भर के रेल स्टेशन मास्टर
दरअसल देश भर के रेल स्टेशन मास्टर रेल मंत्रालय से अपनी मांगों को लेकर गुस्साए हुए है. जिसके बाद से ही अब 31 मई 2022 को ट्रेन हड़ताल रहने की तैयारी कर ली गई है.

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ऑल इंडिया स्टेशन मास्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष धनंजय चंद्रात्रे ने बताया कि सरकार उनकी मांगो को लगातार अनसुना कर रही है इसलिए हड़ताल ही एकमात्र विकल्प रह जाता है. बता दें देश भर के रेलवे स्टेशनों में केवल 2 ही स्टेशन मास्टर कार्यरत हैं, जिसकी वजह से स्टेशन मास्टरों के काम के घंटे 8 से बढ़कर 12 हो जाते हैं. लंबे समय से स्टेशन मास्टर मांग कर रहे हैं कि रेल प्रशासन (Railway Administration) स्टेशन मास्टर्स के पद पर भर्ती करें लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही.

लंबे समय से की जा रही मांग के बाद भी सरकार ने साधी चुप्पी 
बता दें रेल स्टेशन मास्टर्स अपनी मांगो को लेकर लंबे समय से अलग- अलग तरीके से सरकार को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए पहले एस्मा (AISMA) के पदाधिकारियों ने रेलवे बोर्ड अधिकारियों को ई-मेल भेजकर भी अपना विरोध जताया था. 15 अक्टूबर 2020 को भी देशभर के स्टेशन मास्टरों ने मोमबत्ती प्रदर्शन कर विरोध जताया था, तीसरे चरण में सभी ट्रेन मास्टर्स ने काला बैज लगा कर ट्रेनों को चलाया था. यहां तक की इन मांगों को लेकर स्टेशन मास्टर्स भूख हड़ताल पर भी रह चुके हैं.