logo-image

Indian Railways: UP बिहार की कई ट्रेनें कैंसिल, ये रही लिस्ट

अगर आपको जल्दबाजी में रेलवे सफर करना है तो ये खबर आपके लिए है. क्योंकि रेलवे ने यूपी-बिहार की कई ट्रेनों को कैंसिल करने की घोषणा की है. साथ ही कई का रूट भी बदला गया है.

Updated on: 22 Feb 2022, 05:28 PM

highlights

  • कई ट्रेनों के रूट भी किए गए डाइवर्ट
  • इन्टरलॉक एवं नॉन इन्टरलॉक कार्य के चलते प्रभावित हुआ मार्ग 

 

नई दिल्ली :

अगर आपको जल्दबाजी में रेलवे सफर करना है तो ये खबर आपके लिए है. क्योंकि रेलवे ने यूपी-बिहार की कई ट्रेनों को कैंसिल करने की घोषणा की है. साथ ही कई का रूट भी बदला गया है. इसलिए जानकारी के बाद ही घर से निकलेंगे तो सफर में होने वाली परेशानी से बच जाएंगे. आपको बता दें कि  पूर्वोत्तर रेलवे (North Eastern Railway) के लखनऊ मंडल (Lucknow Division)के ऐशबाग स्टेशन (Aishbagh Station)  को सेटेलाइट स्टेशन के रूप मे विकसित किया जा रहा है. जिसके चलते ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हुआ. साथ ही रेलवे को कई ट्रेनों को कैंसिल करने का फैसला लेना पड़ा है. साथ ही कईयों के रूट भी बदले गए हैं.

यह भी पढ़ें : WhatsApp पर भेजी रेड हर्ट इमोजी तो जाना पड़ेगा जेल, नियमों में हुआ ये बदलाव

पूर्वोतर रेलवे के प्रवक्‍ता पंकज कुमार के मुताबिक गोरखपुर से 25 से 28 फरवरी तक चलने वाली 15069 गोरखपुर-ऐशबाग एक्सप्रेस को कैंसिल कर दिया गया है. वहीं नई दिल्ली से 24 एवं 25 फरवरी, 2022 को चलने वाली 02570 नई दिल्ली-दरभंगा स्‍पेशल ट्रेन डायवर्ट रूट गाजियाबाद-रोजा-सीतापुर-बुढ़वल के रास्ते चलाई जाएगी. इसके अलावा सहरसा से 25 एवं 26 फरवरी, 2022 को चलने वाली 02563 सहरसा-नई दिल्ली स्‍पेशल ट्रेन डायवर्ट रूट बुढ़वल-सीतापुर-रोजा-मुरादाबाद-गाजियाबाद के रास्ते चलाई जाएगी. नई दिल्ली से 24 से 26 फरवरी, 2022 तक चलने वाली 02564 नई दिल्ली-सहरसा स्‍पेशल ट्रेन डायवर्ट रूट गाजियाबाद-मुरादाबाद-रोजा-सीतापुर-बुढ़वल के रास्ते चलाई जाएगी. मैलानी से 25 एवं 27 फरवरी, 2022 को चलने वाली 15010 मैलानी-गोरखपुर एक्सप्रेस डायवर्ट रूट मैलानी-डालीगंज के रास्ते चलाई जाएगी.
 
सैटेलाइट स्‍टेशन का उद्देश्य 
इस बीच देखा जाए तो रेलवे समय-समय पर अपने छोटे स्‍टेशनों को सैटेलाइट स्‍टेशन के रूप में तबदील करने का काम करता रहता है. बड़े शहरों में एक प्रमुख रेलवे स्टेशन होता है, जहां समय के साथ ट्रेनों एवं यात्रियों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. इसके मद्देनजर खास स्टेशनों पर यात्रियों का भार कम करने के लिए उसके नजदीक वाले किसी अन्य छोटे स्टेशन को सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किया जाता है. ताकि ट्रेनों का आवागमन सुचारू हो सके.