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भारतीय रेलवे और Truecaller ने मिलाया हाथ, धोखाधड़ी पर ऐसे लगाएंगे लगाम

ऐसे कई मामले देखे गये हैं जब लोग लोग कॉलिंग के दौरान धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए भारतीय रेलवे और truecaller ने हाथ मिलाया है.

Updated on: 29 Oct 2021, 02:02 PM

नई दिल्ली:

बैंक और रेलवे के नाम पर लोग अक्सर धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं. लोगों को अनजान नंबर से फोन कर अपना शिकार बनाया जाता है. अनजान नंबरों से फोन रिसीव करने पर लोग इन ठगों के शिकार हो जाते हैं. ऐसे ही मामलों को देखते हुए भारतीय रेलवे और Truecaller ने हाथ मिला लिया है. अब मोबाइल ऐप Truecaller कॉल की पुष्टि करेगा. फोन करने वाले की पहचान भी जाएगी. लोगों की फोन करने वाले की सही जानकारी देकर भरोसा जताया जाएगा. भारतीय रेलवे अब अपने यूजर्स को इस बात की जानकारी देगा कि आपकी बुकिंग डिटेल्स और पीएनआर स्थिति जैसे महत्वपूर्ण मैसेजेज या कम्यूनिकेशन आईआरसीटीसी द्वारा ही किए जा रहे हैं या नहीं.

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जानकारी के मुताबिक लाखों भारतीयों द्वारा लगभग हर दिन इंटीग्रेटेड राष्ट्रीय रेलवे हेल्पलाइन 139 को अब Truecaller Business Identity Solutions द्वारा सत्यापित किया गया है. ऐसे में अब कोई भी उपभोक्ता 139 हेल्पलाइन पर कॉल करेगा तो उसे हरे रंग का वेरिफाइड बिजनेस बैज लोगो दिखाई देगा. इतना ही नहीं वेरिफाइड एसएमएस मैसेज हेडर से यह भी पता चलेगा कि ग्राहकों के पास जो आईआरसीटीसी से बुकिंग और अन्य ट्रैवल डिटेल्स भेजी जा रही हैं वो पूरी तरह से वेरिफाइड है. अब कोई भी उपभोक्ता रेलवे के हेल्पलाइन नंबर पर फोन करेगा तो उसे ट्रूकॉलर पर वेरिफाइड टिक मार्क आइकन भारतीय रेलवे के ब्रांड नाम और प्रोफाइल फोटो के पास दिखाई देगा.