Indian Railway: रेलवे यात्रियों के लिए एक बड़ी ख़बर निकलकर सामने आ रही है. दरअसल, भारतीय रेलवे (Railway) 1 फरवरी से यात्री किराये में बढ़ोतरी की घोषणा कर सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेलवे किराये (Train Fare) में बढ़ोतरी को लेकर विचार विमर्श शुरू कर चुका है. रेलवे सबअर्बन ट्रेनों से लेकर मेल/एक्सप्रेस के सभी क्लास के किराये में बढ़ोतरी कर सकता है.
यह भी पढ़ें: ELSS फंड में निवेश के साथ टैक्स भी बचा सकती हैं कामकाजी महिलाएं, यहां जानें कैसे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेलवे किराये में 5 पैसे प्रति किलोमीटर से लेकर 40 पैसे प्रति किलोमीटर तक बढ़ोतरी कर सकता है. ऐसे में अगर आंकड़ों पर गौर करें तो सभी क्लास के किराये में 20 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है.
यह भी पढ़ें: यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने MCLR में की इतनी कटौती, आम लोगों को होगा बड़ा फायदा
2014 में बढ़े थे ट्रेन के किराये
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रेलवे दिसंबर के अंत तक किराये में बढ़ोतरी की घोषणा कर सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि बढ़ा हुआ किराया 1 फरवरी 2020 से प्रभावी हो सकता है. बता दें कि 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद रेलवे ने किराये में 15 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. बता दें कि मौजूदा समय में रेलवे अपनी लागत से औसतन 43 फीसदी कम किराया वसूल कर रहा है.
यह भी पढ़ें: बैंक अकाउंट को आधार से लिंक नहीं किया है तो नहीं मिलेगा पीएम किसान का पैसा, पढ़ें पूरी खबर
रेलवे का होता है इतना नुकसान
गौरतलब है कि भारतीय रेलवे (Indian Railway) सब अर्बन ट्रेनों के किराये की वजह से 64 फीसदी नुकसान उठा रहा है. वहीं नॉन सब अर्बन ट्रेन के किराये से 40 फीसदी नुकसान हो रहा है. फर्स्ट AC, AC2, स्लीपर क्लास और चेयर कार के किराये से क्रमश: 24 फीसदी, 27 फीसदी, 34 फीसदी और 16 फीसदी का नुकसान हो रहा है. भारतीय रेलवे को सिर्फ AC3 क्लास से मुनाफा हो रहा है. यह मुनाफा करीब 7 फीसदी है.
यह भी पढ़ें: Gold Price Today 11 Dec 2019: फेड के ब्याज दरों को लेकर आने वाले नतीजों से पहले सोने-चांदी में दायरे में कारोबार के आसार
मौजूदा समय में भारतीय रेलवे (Railway) का शुद्ध राजस्व 66 फ़ीसदी तक घट गया है. 2016-17 में 4,913 करोड़ रुपये और 2017-18 में 1,665.61 करोड़ रुपये शुद्ध घाटा दर्ज किया गया था.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो