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Indian Railways: अब बिना डरे ट्रेन में बिंदास यात्रा करें महिलाएं, 'सहेली' पहुंचाएगी घर

कई बार ट्रेन में अकेली यात्रा करती हुई महिला डर जाती है. उसे सफर में होने वाली दुश्वारियों का भय हमेसा सताये रहता है. लेकिन इंडियन रेलवे (Indian Railways) ने इसका तोड़ निकाल लिया है.

Updated on: 11 Dec 2021, 10:21 PM

highlights

  • महिलाओं के लिए रेलवे पुलिस ने चलाया मेरी सहेली अभियान 
  • अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं को नहीं है डरने की जरुरत 
  • महिला सुरक्षाकर्मी ट्रेन से लेकर मंजिल तक देंगी सुरक्षा 
     

नई दिल्ली :

कई बार ट्रेन में अकेली यात्रा करती हुई महिला डर जाती है. उसे सफर में होने वाली दुश्वारियों का भय हमेसा सताये रहता है. लेकिन इंडियन रेलवे (Indian Railways) ने इसका तोड़ निकाल लिया है. अब किसी भी ट्रेन में महिलाओं को डरने की जरुरत नहीं है. क्योंकि रेलवे पुलिस (Railwe police) मेरी सहेली नामक अभियान चलाया है. जिसके तहत महिला सुरक्षाकर्मी ट्रेन में तैनात की जाएंगी. यही नहीं ये महिला सुरक्षाकर्मी आपको सिर्फ ट्रेन में ही सुरक्षा नहीं देंगी. बल्कि मंजिल तक पहुंचाने भी मदद करेगी. जानकारी के मुताबिक यदि अभियान सफल रहा तो इसे आगे भी बढ़ा दिया जाएगा.

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मेरी सहेली एक ऐसा अभिया है. जो महिलाओं की सुरक्षा के लिए चलाया जा रहा है. दो महिला आरपीएफ का स्क्वाड जंक्शन से चलने वाली इंटरसिटी, आला हजरत एक्सप्रेस आदि गाड़ियों में महिला सिपाहियों के स्क्वायड उन महिला यात्रियों को चिन्हित करता है, जो महिलाएं अकेली सफर करती हैं. नियमित रूप से अकेली सफर करने वाली महिलाओं का एक चार्ट तैयार किया जाता है. जिसके बाद उन्हे जरा भी संदेह होने पर पूरी सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. आपको बता दें कि महिला यात्री का नाम, पता, पीएनआर नंबर और मोबाइल नंबर भी रिकार्ड में लिखा जाता है.

जंक्शन आरपीएफ प्रभारी ने बताया कि मेरी सहेली स्कवाड की ड्यूटी मुरादाबाद तक है. वहां से दूसरी टीम उस महिला की मानिटरिंग करती है. यह सिलसिला महिला के अंतिम स्टेशन तक चलता है. महिला के घर पहुंचने तक महिला से फोन पर जानकारी ली जाती है कि वह सुरक्षित अपने घर पहुंच गईं या नहीं. बरेली जंक्शन पर पिछले 10 दिनों में करीब 70 महिलाओं की मानिटरिंग रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजी गई है.