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ट्रेन में सोने को लेकर जान लें ये नियम, नहीं डालेगा कोई नींद में खलल

Indian Railway: अगर आप भी ट्रेन में सफर करते हैं तो आपको भारतीय रेलवे द्वारा बनाए गए यात्रा से जुड़े नियमों को जानना ही चाहिए. ताकि जरूरत पड़ने पर आप अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें.

Updated on: 10 Sep 2022, 08:52 PM

नई दिल्ली:

Indian Railway: देश में करोड़ों लोग ट्रेन से सफर करते हैं. अगर आप भी ट्रेन में सफर करते हैं तो आपको भारतीय रेलवे द्वारा बनाए गए यात्रा से जुड़े नियमों को जानना ही चाहिए. ताकि जरूरत पड़ने पर आप अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें. दरअसल भारतीय रेलवे को यात्रियों से अलग- अलग शिकायतें मिलती रहती हैं. इन सम्याओं के समाधान का ही हल रेलवे ने नियम- कानून बना कर दिया है. वहीं नियमों का पालन ना करने वालों के लिए सजा का प्रावधान भी किया गया है. सजा के तौर पर जुर्माने की मोटी राशि भी आपसे वसूली जा सकती है. इसलिए ट्रेन में सोने के नियम को जानना चाहिए.

रात 10 बजे के बाद लें आराम की नींद
लंबे सफर के यात्रियों को सफर के दौरान रात को सोने में कोई परेशानी ना आए इसके लिए रेलवे ने नियम बनाया है. भारतीय रेलवे के अनुसार रात 10 बजे के बाद आप चैन की नींद ले सकते हैं. मिडिल बर्थ की सीट वाले यात्री रात 10 बजे के बाद अपनी सीट खोल सकते हैं और इसके लिए लोअर बर्थ वाले यात्री को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. अगर वह सोना नहीं चाहता तो भी वह मिडिल बर्थ वाले यात्री को मना नहीं कर सकता.यहां तक कि टीटीई को भी यह अधिकार नहीं होगा कि वह रात को 10 बजे के बाद आपको सोने से जगाए.

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सुबह देर तक नहीं फरमा सकते आराम
कुछ लोगों को देर तक सोने की आदत होती है वहीं दूसरी ओर कुछ यात्री सुबह जल्दी उठ जाते हैं. यात्रियों में मतभेद की स्थिति पैदा ना हो इसके लिए भारतीय रेलवे ने जगने को लेकर भी नियम बनाया है. रेलवे का नियम कहता है कि यात्री को सुबह 6 बजे के बाद सोने की इजाजत नहीं होगी. यानि लोअर बर्थ वाला अगर उठ जाता है तो वह मिडिल बर्थ वाले को सीट बंद करने को कह सकता है. ताकि लोअर बर्थ वाला बैठ सके.