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भूल कर भी इस ई-मेल को मत खोलें...नहीं तो पलक झपकते हो जाएंगे कंगाल, IT ने किया सतर्क

आयकर विभाग ने ट्वीट कर करदाताओं को सतर्क करते हुए कहा कि वे ऐसे किसी लिंक पर क्लिक नहीं करें, जिसमें रिफंड का वादा किया गया हो.

Updated on: 03 May 2020, 04:34 PM

नई दिल्ली:

साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) करने वाले ने अब अपना जाल फैलाना शुरू कर दिया है. क्योंकि आयकर रिटर्न भरने की तारीख नजदीक आ रही है. साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए आयकर विभाग ने खुद लोगों को आगाह किया है. रविवार को आयकर विभाग ने ट्वीट कर करदाताओं को सतर्क करते हुए कहा कि वे ऐसे किसी लिंक पर क्लिक नहीं करें, जिसमें रिफंड का वादा किया गया हो.

आयकर विभाग (IT) ने आयकरदाताओं को रिफंड का वादा करने वाले ‘फिशिंग’ ई-मेल से आगाह करते हुए कहा कि करदाता सावधान, ऐसे किसी लिंक पर क्लिक मत करें , जिसमें रिफंड का वादा किया गया है. यह संदेश आयकर विभाग की ओर से नहीं भेजे गए हैं.

दरअसल, करदाताओं के पास ऐसे ई-मेल भेजे जा रहे हैं, जिसमें लिखा है कि कोरोना महामारी की वजह से मोदी सरकार ने तमाम टैक्सपेयर्स को पहले ही रिटर्न प्रदान करेगा. ताकि संकट के वक्त परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. फिर उसमें लिखा होगा कि रिफंड क्लेम करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें. जैसे ही आप ऐसे लिंक पर क्लिक करते हैं आपका अकाउंट खाली हो जाएगा.

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गौरतलब है कि 8-20 अप्रैल के बीच आयकर विभाग ने विभिन्न श्रेणी के करदाताओं को 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के 14 लाख रिफंड जारी किए हैं. इस बार भी आयकर विभाग रिफंड जारी करने की प्रक्रिया को तेज करेगा.

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वित्त मंत्रालय ने कहा था कि पांच लाख रुपये तक के लंबित रिफंड जारी करने के काम में तीव्रता लाई जाएगी. इससे 14 लाख करदाताओं को लाभ होगा. कोरोना महामारी को देखते हुए वित्त मंत्रालय ने इस तरह के कदम उठाने की बात कही है.