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फोन की बैटरी जल्द हो रही है खत्म तो करें ये काम, होगा फायदा

अमेरिकी दूरसंचार सेवा प्रदाता वेरिजोन (Verizon) ने लोगों को बैटरी लाइफ बचाने के लिए अपने स्मार्टफोन (Smartphone) पर 5जी एक्सेस को ऑफ रखने की सलाह दी है.

Updated on: 01 Mar 2021, 01:24 PM

highlights

  • वेरिजोन ने लोगों को स्मार्टफोन (Smartphone) पर 5जी एक्सेस को ऑफ रखने की सलाह दी 
  • वेरिजोन ने 5जी नेटवर्क के लिए 45 अरब डॉलर खर्च किए, एटीएंडटी ने 23.4 अरब डॉलर खर्च किए

सैन फ्रांसिस्को :

अगर आपके मोबाइल फोन की बैटरी जल्द खत्म हो जाती है तो आपको बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है. दरअसल, दुनिया में 5जी (5G) नेटवर्क को लेकर लोगों का उत्साह अपने चरम पर है, लेकिन अमेरिकी दूरसंचार सेवा प्रदाता वेरिजोन (Verizon) ने लोगों को बैटरी लाइफ बचाने के लिए अपने स्मार्टफोन (Smartphone) पर 5जी एक्सेस को ऑफ रखने की सलाह दी है. रविवार को किए एक ट्वीट में वेरिजोन सपोर्ट ने कहा, "अगर यूजर्स को ऐसा लग रहा है कि उनके फोन की बैटरी पहले की अपेक्षा अधिक तेजी से खत्म हो रही है, तो ऐसे में एलटीई को ऑन करने से बैटरी को बचाने में उन्हें मदद मिल सकती है. जबकि वास्तविकता यह है कि एलटीई या 4जी को टर्न ऑन करने की कोई आवश्यकता नहीं पड़ती है क्योंकि 5जी को टर्न ऑफ होने के बाद यह स्वत: ही चालू हो जाएगा. 

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द वर्ज की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वाभाविक रूप से वेरिजोन की तरफ से काफी सतर्कता बरती जा रही है ताकि अपने ग्राहकों को वास्तव में '5जी टर्न ऑफ' करने की बात न कहनी पड़े. वेरिजोन ने 5जी नेटवर्क के लिए 45 अरब डॉलर खर्चे हैं, जबकि इसके प्रतिद्वंद्वी एटीएंडटी ने 23.4 अरब डॉलर खर्च किए हैं. वेरिजोन के 5जी नेटवर्क द्वारा डीएसएस नामक एक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो कई मामलों में एलटीई नेटवर्क से स्लो हैं, ऐसे में इसे रिप्लेस किए जाने का काम तेजी से जारी है. साल 2021 में कंपनी ने एक बड़े 5जी प्लान की घोषणा की है.

मोबाइल एप से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों के डाटा संग्रह में हुआ सुधार

 केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने बताया कि मोबाइल एप से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों के डाटा संग्रह में सुधार हुआ है. उपभोक्ता मामले विभाग ने एक जनवरी 2021 को एक मोबाइल एप लांच किया था, जिसके जरिए 22 अनिवार्य वस्तुओं की मूल्य निगरानी के लिए देशभर में 127 स्थानों से खुदरा और थोक मूल्यों के बारे में प्रभावी व वास्तविक समय सूचना मिलने लगी है. उपभोक्ता मामले विभाग 22 अनिवार्य वस्तुओं- चावल, गेहूं, आटा (गेहूं), चना दाल, अरहर दाल, उड़द दाल, मूंग दाल, मसूर दाल, चीनी, दूध, मूंगफली का तेल, सरसों तेल, वनस्पति, सोया तेल, सूरजमुखी तेल, पाम आयल, गुड़, चाय, नमक, आलू, प्याज और टमाटर के मूल्य की निगरानी करता है.