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महंगा नहीं होगा होम और कार लोन, RBI ने की घोषणा, रेपो रेट 6.50 फीसदी

RBI Repo Rate: आने वाले दिनों में होम और कार लोन लेने वालों के लिए खुशखबरी है. क्योंकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपना रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है.

Updated on: 08 Dec 2023, 10:57 AM

highlights

  • मौद्रिक नीति समिति की बैठक में कार और होम लोन महंगा होने के लगाए जा रहे थे कयास
  • आरबीआई गवर्नर ने बताया कि अभी नाजुक है अर्थव्यवस्था की स्थिति 
  • रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने  6.50 पर यथावत रखा रेपो रेट

दिल्ली :

RBI Repo Rate: आने वाले दिनों में होम और कार लोन लेने वालों के लिए खुशखबरी है. क्योंकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपना रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट यथावत  6.50 पर बरकरार रखा है.  मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में 5-1 के मत से यह फैसला किया गया. आरबीआई गवर्नर शशीकांत दास के मुताबिक "कर्ज का स्तर बढ़ने, भू-राजनीतिक तनाव और अत्यंत खराब मौसम के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था अभी भी बहुत नाजुक बनी हुई है,,. इसलिए किसी भी तरह का बदलाव अर्थव्यवस्था के लिहाज से ठीक नहीं होगा. 

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नीतिगत दर 6.5 फीसदी पर बरकरार 
बैठक में सबकी सहमती से फैसला लिया गया है कि रेपो रेट में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. पहले से चली आ रही रेपो रेट ही आगामी फैसले तक यथावत कर दिया गया है. नीतिगत दर 6.5 फीसदी पर बरकरार रहेगी. गवर्नर शशीकांत दास के मुताबिक “वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है, हमारी बुनियाद सुदृढ़ है. उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने मुद्रास्फीति को काबू में रखने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए कोई नीति में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यह लगातार पांचवीं बार है जब नीतिगत दर यानी रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है,,.

ग्रोथ का क्या है अनुमान 
वहीं वित्त वर्ष  के लिए देश की आर्थिक ग्रोथ के अनुमान को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है. शशीकांत दास ने बताया कि "जीएसटी संग्रह, पीएमआई (परजेचिंग मैनेजर इंडेक्स) जैसे महत्वपूर्ण आंकड़े मजबूत बने हुए हैं. इन सबको देखते हुए चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान है.” जिससे होम और कार लोन की सोचने वालों के जहन में जरूर खुशी आई होगी. क्योंकि सबको अंदाजा था कि इस बार रेपो रेट में जरूर बढोतरी की जाएगी.. आर्थिक मामलों के जानकार भी रेपो रेट में वद्धि की बात कर रहे थे...लेकिन अब सभी के आंकलन पर लगाम लग गई है.