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दिवाली पर आप भी हो सकते हैं online फ्रॅाड के शिकार, जानें कैसे करें बचाव

सावधान! दिवाली का आगमन हो चुका है. हर व्यक्ति कुछ न कुछ खरीददारी करने में व्यस्त है. डिजिटल युग में ज्यादातर लोग (online shopping) शॅापिंग करना पसंद करते हैं. लेकिन आपको शॅापिंग करते समय सावधान रहने की जरुरत है.

Updated on: 02 Nov 2021, 05:19 PM

highlights

  • दिवाली के मौके पर जमकर की जाती है online शॅापिंग
  • साइबर सेल में अभी से आने लगी online फ्रॅाड शिकायतें 
  • त्योहारी सीजन पर जालसाज हो जाते हैं सक्रिय 

नई दिल्ली :

सावधान! दिवाली का आगमन हो चुका है. हर व्यक्ति कुछ न कुछ खरीददारी करने में व्यस्त है. डिजिटल युग में ज्यादातर लोग (online shopping) शॅापिंग करना पसंद करते हैं. लेकिन आपको शॅापिंग करते समय सावधान रहने की जरुरत है. क्योंकि  online फ्रॅाड का गिरोह पूरी तरह सक्रिय है. आपकी जरा सी गलती पर आपका अकाउंट खाली हो सकता है. ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि उन्हें आपका पैसा लेने से कैसे रोका जाए. ध्यान देने वाली बात है कि सिर्फ ऑनलाइन शॉपिंग ही नहीं, बल्कि बैंक लोन प्रोसेस, डिस्काउंट और कैशबैक ऑफ़र भी आपसे चोरी के बहाने के रूप में यूज किए जा सकते हैं. जिससे आपको भारी नुकसान होने की संभावना है.

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दरअसल, कोरोना के बाद साइबर अपराधियों ने महसूस किया है कि बहुत कम लोग असल में उस वेबसाइट को वेरिफाई करने की जहमत उठाते हैं जिससे वे सामान खरीद रहे हैं या पैसे दे रहे हैं. ऑनलाइन मौजूद बैंकों, ई-कॉमर्स और अन्य कंपनियों की इतनी सारी फर्जी वेबसाइटें हैं, जो लगभग असली दिखती हैं. बहुत से लोग अक्सर नकली वेबसाइटों के प्रस्तावों के लालच में आ जाते हैं और साइबर अपराधियों को बड़ी रकम का भुगतान करते हैं. त्यौहारी मौसम में दर्जनों फर्जी वेबसाट मार्केट में हैं. जो आपको लुभावने लालच में फंसा सकती है. आप ऐसे फर्जीवाड़े का शिकार न हो, इसलिए हम आपको कुछ टिप्स बता रहे हैं.

ऐसे करें बचाव 
अविश्वसनीय रूप से अच्छे ऑफर्स के साथ कॉल करने वाले अजनबियों से बात न करें, ये ऑफर आमतौर पर हमेशा नकली होते हैं. फोन, एसएमएस, सोशल मीडिया या यहां तक ​​कि ईमेल पर भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें. किसी भी हालत में आपको अपना यूजर नेम, पासवर्ड और ओटीपी किसी भी अजनबी के साथ साझा नहीं करना चाहिए. किसी भी शॉपिंग कंपनी का लिंक खोजने के लिए गूगल सर्च पर न जाएं. टॉप पर आने वाला सर्च रिजल्ट नकली हो सकता है. वह असली के रूप में मुखौटा हो सकता है. आपके फोन पर कोई अनजान ओटीपी आए तो उसे किसी अनजान व्यक्ति से साझा न करें. नहीं गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा.