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दिल्ली में सिनेमाघर 15 अक्टूबर से खुलेंगे, हर शो के बाद होगा सैनिटाइज

सिनेमाघरों के अंदर सिर्फ डिब्बाबंद भोजन या पेय पदार्थ की ले जाने की अनुमति होगी. जो भी आप काउंटर से खरीदेते हैं, वह पैक्ड रहेगा.

Updated on: 10 Oct 2020, 06:25 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 15 अक्टूबर से सिनेमाघर खोले जाएंगे, जिसको लेकर सिनेमाघर के संचालकों ने विशेष तैयारियां कर ली हैं. केंद्र सरकार ने 15 अक्टूबर से देश में सिनेमा हॉल्स, थियेटर, मल्टीप्लेक्स 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की इजाजत दी है. हालांकि सिनेमाघरों में कोरोना की वजह से लगी पाबंदियों के चलते शायद कम ही टिकट बिक पाएंगे.

सिनेमाघरों के संचालक अपने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए कई अहम कदम उठाने जा रहे हैं, जिसमें सिनेमाघरों में एंट्री करने पर हर शख्स की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और बिना लक्षण वालों को ही प्रवेश मिलेगा. वहीं सिंगल स्क्रीन में टिकट बुकिंग के लिए ज्यादा खिड़कियां खोलनी होंगी. हालांकि ऑनलाइन टिकट की सुविधा भी रहेगी, ताकि कम से कम लोग एक-दूजे के संपर्क में आएं. साथ ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए दर्शकों के फोन नंबर भी लिए जाएंगे.

फिल्म के दौरान लोगों को हर समय मास्क लगाना अनिवार्य होगा. वहीं एक शो खत्म होने के बाद पूरा हॉल सैनिटाइज होगा, तभी दूसरा शो शुरू होगा. इस वजह से सिनेमाघरों में एक दिन में 3 से 4 शो ही दिखाए जा सकेंगे. कोरोना की वजह से दिल्ली में सिनेमाघरों को मार्च महीने में ही बंद कर दिया गया था. इसके तहत अब 15 अक्टूबर से सिनेमाघरों को खोलने की मंजूरी मिल गई है. तकरीबन 8 महीने बाद दिल्ली में सिनेमाघर खुलने जा रहे हैं, लेकिन इन 8 महीनों की बंदी में सिनेमाघरों को खासा नुकसान भी झेलना पड़ा है. इस वजह से करीब 3 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है.

दिल्ली में 130 स्क्रीन और 50 सिनेमाघर हैं, जिनमें मल्टीप्लेक्स भी शामिल हैं. हालांकि आर्थिक नुकसान के साथ ही बड़ी संख्या में रोजगार का नुकसान भी पूर्णबंदी की वजह से हुआ है. दिल्ली डिलाइट सिनेमा के सीईओ अजय मेहरोत्रा ने बताया, 'पिछले 8 महीने में सिनेमा इंडस्ट्री को खासा नुकसान हुआ है. अनुमान लगाएं तो करीब 3 से 4 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. मार्च में सिनेमाघरों को बंद करने आदेश दिए गए उस वक्त 'बागी' मूवी लगी हुई थी और जनता से एक अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था, हालांकि आखिरी हफ्ता मूवी का करीब 20 लाख रुपये का गया था.'

उन्होंने बताया, 'हमने सिनेमाघर में बदलाव किए हैं, सरकार की गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया जाएगा. वहीं एक सीट छोड़कर लोगों को बिठाया जाएगा, ताकि संक्रमण से बचाव हो सके. हर शो के बाद सैनिटाइजेशन कराया जाएगा और 15 से 20 मिनट के लिए बंद रहेगा. इसके बाद अगला शो शुरू होगा.' मेहरोत्रा ने कहा कि सिनेमाघरों में थर्मल स्क्रीनिंग होगी, पैक्ड खाने के पैकेट होंगे, वहीं जहां पहले 5 से 6 शो होते थे एक दिन में वो घट कर 3 से 4 हो जाएंगे. हालांकि आने वाले समय में त्योहारों के चलते एक अच्छा रिस्पॉन्स सिनेमाघरों को मिल सकता है और उम्मीद करते हैं कि दिवाली तक जिंदगी पटरी पर लौट आए.

दिल्ली में बुधवार को पीवीआर सिनेमाज द्वारा मीडिया को बुलाकर 15 अक्टूबर से खुलने वाले सिनेमाघरों में चल रही तैयारियों के बारे में बताया जाएगा. पीवीआर सिनेमाज की बात करें तो दिल्ली में कुल 17 सिनेमा हॉल हैं, वहीं 68 स्क्रीन हैं. सरकार की गाइडलाइंस और कोरोना प्रोटोकॉल के तहत इन सभी सिनेमाघरों को खोला जाएगा. पीवीआर सिनेमाज ने भी इसकी तैयारियां कर ली हैं. सिनेमाघरों के अंदर सिर्फ डिब्बाबंद भोजन या पेय पदार्थ की ले जाने की अनुमति होगी. जो भी आप काउंटर से खरीदेते हैं, वह पैक्ड रहेगा. साथ ही सिनेमाघरों के सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए दस्तानें, जूते, मास्क, पीपीई किट आदि का प्रावधान किया गया है.

दिल्ली के सिनेमाघरों में वेंटिलेशन की सही व्यवस्था के साथ एसी का तापमान 24 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रखा जाएगा. शो की शुरुआत, इंटरवेल और खत्म होने के समय लोगों के प्रवेश और बाहर जाने के दौरान सामाजिक दूरी बनी रहे, इसकी व्यवस्था करनी भी अनिवार्य होगी. इसके लिए सिनेमाघरों में बदलाव किए जा रहे हैं. सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स मालिकों के लिए यह अच्छी खबर है. लेकिन हालात को देखते हुए अगले कुछ महीनों में नई फिल्मों की रिलीज टाली जा सकती है. हालांकि यह कह पाना मुश्किल होगा कि 15 अक्टूबर से सारे सिनेमा हॉल खुल जाएंगे, लेकिन नवंबर में दिवाली त्योहार को देखते हुए 1 नवंबर तक दिल्ली के सभी सिनेमाघरों के खुल जाने की उम्मीद जताई जा रही है.