logo-image

देश के किसानों पर 17 लाख करोड़ का कर्ज, केंद्र ने लोनमाफी को लेकर कही ये बात

उत्तर प्रदेश में चुनाव हों और किसानों के कर्ज को लेकर पहल न की जाए तो मामला अधूरा रहेगा. अब ये मुद्दा संसद तक जा पहुंचा है, जहां सरकार से इस बात पर भी सवाल पूछ ही लिया गया कि क्या केंद्र सरकार किसानों की कर्जमाफी पर भी कोई योजना बना रही है या नहीं?

Updated on: 27 Jul 2021, 08:26 PM

highlights

  • देश के किसानों की कर्जमाफी पर बोली केंद्र सरकार
  • उत्तर प्रदेश सहित 5 राज्यों में है विधानसभा चुनाव
  • चुनावों से पहले किसानों के कर्ज पर बोला केंद्र

नई दिल्ली :

पिछले 7 सालों से भी ज्यादा समय से केंद्र की सत्ता में काबिज नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बहुत सारी योजनाओं का शुभारंभ किया है. इनमें से बहुत सी योजनाओं का संचालन केंद्र सरकार ने जारी रखा है. देश के कृषिमंत्री नरेंद्र तोमर ने कई बार इस बात को दोहराया है कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरे दम खम के साथ लगी हुई है. आपको बता दें कि देश के सबसे बड़े आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में चुनाव हों और किसानों के कर्ज को लेकर पहल न की जाए तो मामला अधूरा रहेगा. अब ये मुद्दा संसद तक जा पहुंचा है, जहां सरकार से इस बात पर भी सवाल पूछ ही लिया गया कि क्या केंद्र सरकार किसानों की कर्जमाफी पर भी कोई योजना बना रही है या नहीं?

इस सवाल के जवाब में देश के वित्त राज्यमंत्री भागवत किशनराव कराड (Minister of State for Finance Dr. Bhagwat Karad) ने संसद को बताया कि फिलहाल अभी देश के किसानों की कर्जमाफी को लेकर सरकार की कोई भी योजना नहीं है. आपको बता दें कि नाबार्ड के आंकड़ों के अनुसार मौजूदा समय देश के किसानों पर 16.8 लाख करोड़ रुपये का कर्ज (Farmers Debt) है. इसके साथ ही सरकार ने संसद में किसानों के कर्ज से जुड़ा पूरे देश का राज्यवार ब्यौरा भी पेश कर दिया. इस ब्यौरे में देश के सभी राज्यों के किसानों का कर्ज का लेखा-जोखा मौजूद है. कर्जदार किसानों की इस लिस्ट में सबसे ऊपर तमिलनाडु है. तमिलनाडु के किसानों पर 1.89 लाख करोड़ का कर्ज है.

आपको बता दें कि पिछले दिनों पंजाब की कांग्रेस सरकार ने किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया था. पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार ने किसानों के 590 करोड़ रुपये के कर्ज को माफी का ऐलान किया था. बता दें कि पंजाब में ये कर्जमाफी भूमिहीन मजदूरों और गरीब तबके के किसान समुदायों के लिए किया गया था. बता दें कि पंजाब में इस योजना के तहत अब तक 5.64 लाख किसानों का 4,624 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया जा चुका है. पंजाब के अलावा देश के कई अन्य राज्यों ने भी किसानों के कर्ज को माफी की बात कही है.

आइए अब हम आपको देश के राज्यों के किसानों पर कितना कर्ज है आप

राज्यवार कर्जदार किसानों की संख्या और उन पर कर्ज (करोड़ों में)
इन 5 राज्यों के किसानों पर सबसे ज्यादा बैंक ऋण
तमिलनाडु- 189623.56 करोड़ का बैंक ऋण
आंध्र प्रदेश- 169322.96 करोड़ का बैंक ऋण
उत्तर प्रदेश- 155743.87 करोड़ का बैंक ऋण
महाराष्ट्र- 153658.32 करोड़ का बैंक ऋण
कर्नाटक- 143365.63 करोड़ का बैंक ऋण

इन 5 राज्यों में सबसे अधिक किसानों पर है बैंक ऋण
तमिलनाडु- 1,64,45,864 किसानों पर बैंक ऋण
उत्तर प्रदेश- 1,43,53,475 किसानों पर बैंक ऋण
आंध्र प्रदेश- 1,20,08,351 किसानों पर बैंक ऋण
कर्नाटक- 1,08,99,165 किसानों पर बैंक ऋण
महाराष्ट्र- 1,04,93,252 किसानों पर बैंक ऋण

इन 5 प्रदेशों के किसानों पर सबसे कम बैंक ऋण
दमन और दीव- 40 करोड़ का बैंक ऋण
लक्षद्वीप- 60 करोड़ का बैंक ऋण
सिक्किम- 175 करोड़ का बैंक ऋण
लद्दाख- 275 करोड़ का बैंक ऋण
मिजोरम- 554 करोड़ का बैंक ऋण

इन 5 राज्यों में सबसे कम किसानों पर बैंक ऋण
दमन और दीव- 1,857 किसानों पर कर्ज
लक्षद्वीप- 17,873 किसानों पर कर्ज
सिक्किम- 21,208 किसानों पर कर्ज
लद्दाख- 25,781 किसानों पर कर्ज
दिल्ली- 32,902 किसानों पर कर्ज