logo-image

Alert! 4 लाख से ज्यादा डेबिट और क्रेडिट कार्ड पर खतरा, कभी भी लग सकता है चूना

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंगापुर की कंपनी ग्रुप आईबी (Group-IB) ने अपने खुलासे में दावा किया है कि भारत के 4,61,976 क्रेडिट और डेबिट कार्ड से जुड़ी जानकारी डार्क नेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है.

Updated on: 08 Feb 2020, 12:51 PM

नई दिल्ली:

अगर आप डेबिट (Debit) और क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का उपयोग करते हैं तो यह खबर सिर्फ और सिर्फ आपके लिए ही है. दरअसल, सिंगापुर की एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी ने खुलासा किया है कि भारत के 4 लाख से अधिक लोगों की डेबिट और क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां डार्क नेट (Dark Net) पर बिक रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंगापुर की कंपनी ग्रुप आईबी (Group-IB) ने अपने खुलासे में दावा किया है कि भारत के 4,61,976 क्रेडिट और डेबिट कार्ड से जुड़ी जानकारी डार्क नेट पर बिक्री के लिए उपलब्ध है. इन जानकारियों की बिक्री डार्क वेब Joker’s Stash पर हो रही है.

यह भी पढ़ें: स्टेट बैंक (SBI) ने फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) को लेकर किया बड़ा फैसला, होगा ये नुकसान

30 करोड़ रुपये से अधिक कीमत पर डार्क नेट पर बिक रही हैं जानकारियां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) को ग्रुप आईबी ने यह जानकारी साझा की है. ग्रुप आईबी का कहना है कि यह जानकारियां 30 करोड़ रुपये (4.2 मिलियन डॉलर) से अधिक की कीमत पर डार्क नेट पर बिक रही हैं. डार्क नेट पर डेबिट और क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां कैसे पहुंची फिलहाल इसकी कोई सूचना नहीं है. महाराष्ट्र साइबर पुलिस के एसपी बालसिंग राजपूत का कहना है कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और जरूरत पड़ने पर जल्द इसके लिए एडवायजरी जारी की जा सकती है.

यह भी पढ़ें: विदेशी मुद्रा (Forex Reserve) और सोने के भंडार में हुई बढ़ोतरी, जानिए क्या है वजह

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डार्क नेट पर जो जानकारियां उपलब्ध हैं उनमें डेबिट, क्रेडिट नंबर, एक्सपायरी की तारीख, कार्ड होल्डर का नाम और CVV नंबर शामिल हैं. यही नहीं उन जानकारियों में कार्ड होल्ड का मोबाइल नंबर, ईमेल और पता आदि भी शामिल है. गौरतलब है कि इससे पहले नवंबर के दौरान भी करीब 13 लाख लोगों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां लीक हई थीं.

यह भी पढ़ें: 7th Pay Commission: RMS कर्मचारियों के लिए आउटस्टेशन अलाउंस को लेकर हुआ बड़ा फैसला

वहीं इस मामले को लेकर रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों को जांच के आदेश भी दिए थे. जानकारों का कहना है कि इस तरह की परेशानी से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. मान लीजिए कि अगर किसी पेमेंट वैलेट में आपके कार्ड की डिटेल सेव है तो उसे तुरंत हटा दीजिए. साथ ही किसी भी अनचाहे मैसेज या लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए.