logo-image

1 जनवरी से ATM से कैश निकालना होगा महंगा, अब लगेगा इतना चार्ज

कस्टमर खुद के बैंक के ATM से हर महीने पांच मुफ्त लेन-देन (वित्तीय और गैर-वित्तीय लेनदेन सहित) के लिए पात्र हैं. वहीं महानगरों में अन्य बैंकों के एटीएम से तीन बार मुफ्त लेन-देन किया जा सकता है.

Updated on: 20 Dec 2021, 01:31 PM

highlights

  • खुद के बैंक के एटीएम से हर महीने पांच मुफ्त लेन-देन के लिए पात्र हैं ग्राहक
  • महानगरों में अन्य बैंकों के ATM से 3 बार मुफ्त लेन-देन किया जा सकता है 

नई दिल्ली:

ATM Cash Withdrawal Charge: अगर आप पैसे निकालने के लिए नियमित तौर पर ATM जाते हैं तो यह खबर सिर्फ और सिर्फ आपके लिए ही है. लोगों को तय सीमा के बाद एटीएम ट्रांजैक्शन के लिए जेबें ज्यादा ढीली करनी होगी. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों को मुफ्त मासिक सीमा से ज्यादा बार एटीएम से ट्रांजैक्शन करने वाले कस्टमर्स से ज्यादा शुल्क लेने की इजाजत दे दी है. दरअसल, आरबीआई ने बैंकों को अनुमति दी है कि वे एक जनवरी 2022 से ATM से मुफ्त ट्रांजैक्शन की सीमा से अधिक नकद निकासी पर शुल्क 20 रुपये से बढ़ाकर 21 रुपये प्रति लेन-देन कर सकते हैं.  

यह भी पढ़ें: भारतीय रेलवे ने 16 ट्रेनें कैंसिल की, 19 ट्रेनों के मार्ग में किया बदलाव

एटीएम से इतनी बार कर सकते हैं ट्रांजैक्शन
बता दें कि कस्टमर खुद के बैंक के एटीएम से हर महीने पांच मुफ्त लेन-देन (वित्तीय और गैर-वित्तीय लेनदेन सहित) के लिए पात्र हैं. वहीं महानगरों में अन्य बैंकों के एटीएम से तीन बार मुफ्त लेन-देन किया जा सकता है. छोटे शहरों में दूसरी बैंकों से महीने में पांच बार मुफ्त लेन-देन किया जा सकता है.

फ्री लिमिट के बाद हर ट्रांजैक्शन पर देना होता है 20 रुपये चार्ज 
अभी ग्राहक इस सीमा से अधिक बार पैसा निकालता है तो उसे शुल्क के तौर पर 20 रुपये प्रति लेनदेन देना पड़ता है. आरबीआई की अधिसूचना के मुताबिक उच्च इंटरचेंज शुल्क को लेकर बैंकों को क्षतिपूर्ति करने के लिए और लागत में सामान्य वृद्धि को देखते हुए, उन्हें ग्राहक शुल्क को प्रति लेनदेन 21 रुपये तक बढ़ाने की अनुमति दी गई है. यह वृद्धि 1 जनवरी, 2022 से प्रभावी होगी. इसके अलावा रिजर्व बैंक ने एक अगस्त, 2021 से प्रभावी, बैंकों को वित्तीय लेन-देन के लिए प्रति लेन-देन इंटरचेंज शुल्क 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये और सभी केंद्रों में गैर-वित्तीय लेन-देन के लिए यह शुल्क पांच रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये करने की अनुमति भी दी है.

यह भी पढ़ें: ITR फाइल करने के बावजूद आ गया नोटिस, तो क्या करें?

बता दें कि RBI ने जून 2019 में मुख्य कार्यकारी, भारतीय बैंक संघ की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था, जिसके पास एटीएम लेन-देन के लिए इंटरचेंज संरचना पर विशेष ध्यान देने के साथ ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) शुल्क की समीक्षा करने की जिम्मेदारी है. समिति की सिफारिशों की व्यापक जांच की गई है. बता दें कि एटीएम लेनदेन के लिए इंटरचेंज शुल्क संरचना में अंतिम परिवर्तन अगस्त 2012 में किया गया था, जबकि ग्राहकों द्वारा देय शुल्कों को अंतिम बार अगस्त 2014 में संशोधित किया गया था.