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प्रतीकात्मक तस्वीर
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प्रतीकात्मक तस्वीर
Buying a Car Vs Hire a Cab : निश्चित तौर पर एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार के लिए कार (Car) स्टेटस सिंबल के साथ-साथ बड़ी जरूरत भी होती है. लेकिन पिछले कई सालों से छोट-छोटे शहरों में ओला-उबर जैसी कंपनियों ने कार (Car) की सवारी इतनी सस्ती और सुविधाजनक कर दी है कि अब यह किसी के पहुंच से दूर नहीं रह गई. फिर भी अपनी कार (Car) अपनी होती है. मोहल्ले में कार (Car) भी आपकी स्टेटस को तय करती है. लेकिन अगर आप इस स्टेटस को मेंटेन करने के लिए कार (Car) खरीदने जा रहे हैं तो पहले जान लें ये सौदा मुनाफे का है या घाटे का?
कार (Car) खरीदने से बेहतर है कैब (Cab) से चलना
अगर आप कम से कम 6 लाख की कार (Car) खरीदते हैं तो इसकी स्क्रैप वैल्यू 6 साल में एक लाख घटाने के बाद इसकी कीमत 5 लाख रह जाती है. 6 साल में करीब 2200 दिन होते हैं. यानी प्रतिदिन के हिसाब से देखें तो कार (Car) की एक दिन की कीमत होगी 230 रुपए. 5,00,000/2200 = Rs. 230/day
यानी आप कार (Car) से चलें या न चलें इतनी रकम तो आपकी जेब से जाएगी ही. अगर इतने ही पैसों में आप पब्लिक ट्रांस्पोर्ट का सहारा लेते हैं तो कई चीजों से बच सकते हैं. जैसे एक ड्राईवर के रूप में ट्रैफिक जाम के टेंशन से मुक्ति, नए ट्रैफिक रुल्स के मुताबिक भारी भरकम चालान से छूट जाएगी जान. पार्किंग का झंझट नहीं. इतना ही नहीं आप जिस दिन कार (Car) की सवारी नहीं करते हैं उस दिन 850 रुपये आपकी जेब में होंगे. अब आप तय करें, कैब (Cab) बेहतर या अपनी कार (Car).
(Input: सोशल मीडिया से)