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प्लास्टिक के खिलाफ जंग: मदर डेयरी दे रहा टोकन वाले दूध पर 4 रुपये/लीटर की छूट

Big Discount on Mother Dairy Milk: अब मदर डेयरी ने (Mother Dairy) प्‍लास्‍टिक के खिलाफ एक सराहनीय पहल किया है. अब टोकन वाले दूध (Token Milk) पैक्‍ड दूध से 4 रुपये प्रति लीटर सस्‍ते मिलेंगे.

नई दिल्‍ली:

Big Discount on Mother Dairy Milk: गांधीजी की 150वीं जयंती यानी 2 अक्‍टूबर के दिन भारत में सिंगल यूज प्‍लास्‍टिक पर प्रतिबंध लग जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को ही बीजेपी दफ्तर से इसकी शुरुआत कर दी है. अब मदर डेयरी (Mother Dairy) ने प्‍लास्‍टिक के खिलाफ एक सराहनीय पहल किया है. अब टोकन वाले दूध (Milk) (Token Milk) पैक्‍ड दूध (Milk) से 4 रुपये प्रति लीटर सस्‍ते मिलेंगे.

बता दें मदर डेयरी (Mother Dairy) अपने 900 बूथों के सशक्त नेटवर्क के माध्यम से औसतम 6 लाख लीटर दूध (Milk) बेचती है. ऐसे में इसका मकसद नकद प्रोत्साहन मूल्य 90 करोड़ रुपये होगा. कंपनी टोकन वाले दूध (Milk) की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए हर घर तक पहुंचाएगी. हर घर तक सक्रिय आपूर्ति को सुनिश्चित कर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र- दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाज़ियाबाद के निवासियों द्वारा रोज़मर्रा के जीवन में प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम करने में योगदान देगी.

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टोकन वाले दूध (Milk) को रु 4 प्रति लीटर कम लागत पर बेचने के अलावा कंपनी अपने रीटेल सेल आउटलेट्स में वेंडिंग मशीनों के माध्यम से उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं भी देने का कंपनी ने पैसला किया है. कंपनी ने टोकन वाले दूध (Milk) की मांग को पूरा करने के लिए अपनी क्षमता को 10 लाख लीटर प्रति दिन तक बढ़ाया है. अब बड़ी संख्या में लोग वेंडिंग मशीनों से लाभान्वित होंगे, ऐसे में इस नकद प्रोत्साहन से सालाना रु 140 करोड़ का लाभ होगा.

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इस पहल पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए संग्राम चैधरी, मैनेजिंग डायरेक्टर, मदर डेयरी (Mother Dairy) फ्रूट एंड वेजीटेबल प्रा लिमिटेड ने कहा, प्लास्टिक के कारण पर्यावरण को बढ़ते खतरे को देखते हुए हम दिल्ली-एनसीआर के उपभोक्ताओं से आग्रह करते हैं कि गुणवत्तापूर्ण टोकन वाले दूध (Milk) को अपनाकर इस नेक काज में योगदान दें.

900 मीट्रिक टन कम होगा प्लास्टिक उत्पादन

प्लास्टिक पैकेजिंग से रहित प्रत्येक लीटर दूध (Milk) की खरीद पर उपभोक्ता 4.2 ग्राम कम प्लास्टिक उत्पादन में योगदान देगा, जिससे सालाना कुल उत्पादन 900 मीट्रिक टन कम होगा. अधिक से अधिक संख्या में उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए हम दूध (Milk) के प्लास्टिक रहित विकल्प को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं.

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बता दें 1974 में मदर डेयरी (Mother Dairy) ने टोकन वाले दूध (Milk) की शुरूआत हुई, अपनी शुरूआत के बाद से इसने प्लास्टिक के उत्पादन में 40,000 मीट्रिक टन बचत करने में मदद की है. यह पहली दूध (Milk) वितरण प्रणाली है जो निर्मातासे लेकर उपभोक्ता तक प्रभावी कोल्ड चेन के ज़रिए गुणवत्तापूर्ण दूध (Milk) उपलब्ध कराती है.