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Bank Service Charge Hike: इस प्राइवेट बैंक के ग्राहकों को झटका, देना होगा ज्यादा सर्विस चार्ज

Bank Service Charge Hike: प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंक कोटम महिंद्रा ने अपने सर्विस चार्ज की कुछ मदों में इजाफा कर दिया है. जिससे बैंक के ग्राहकों को बड़ा झटका लगा है. बदली हुई दरें 22 मई से लागू करने के लिए कहा गया है. आपको बता दें कि डेबिट कार्ड का

Updated on: 28 Apr 2023, 11:14 AM

highlights

  • 22 मई डेबिट कार्ड पर एनुअल चार्ज में बदलाव हो जाएगा लागू
  • मिनिमम चार्ज स्लैब में किया बदलाव, पहले से ज्यादा चुकाना होगा पैसा

नई दिल्ली :

Bank Service Charge Hike: प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंक कोटम महिंद्रा ने अपने सर्विस चार्ज की कुछ मदों में इजाफा कर दिया है. जिससे बैंक के ग्राहकों को बड़ा झटका लगा है. बदली हुई दरें 22 मई से लागू करने के लिए कहा गया है. आपको बता दें कि डेबिट कार्ड कार्ड के लिए अब सालाना 30 फीसदी ज्यादा चार्ज वसूला जाएगा.  इसके अलावा मिनिमम बैलेंस में कुछ बदलाव किया गया है. जिसका असर ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा. इससे पहले भी कई बैंक अपने सर्विस चार्जेस में इजाफा कर चुके हैं. 

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 डेबिट कार्ड चार्ज 
कोटक महिन्द्रा डेबिट कार्ड के लिए अभी तक 199 प्लस जीएसटी वसूलता है था, जिसे बढ़ाकर अप 259 प्लस जीएसटी  कर दिया गया है. बढ़ी हुई दरें 22 मई से लागू भी कर दी जाएंगी. हालांकि ये बढोतरी सालाना है. यानि डेबिट कार्ड के चार्जेज साल में एक बार ही वसूले जाते हैं. आपको बता दें कि कोटक महिंद्रा बैंक कई तरह के सेविंग अकाउंट प्रोवाइड कराता है. जिसमें  डेबिट कार्ड भी कस्टमर के अकाउंट, लिमिट और फीचर के आधार पर ही प्रोवाइड कराए जाते हैं. इसलिए हर खाते पर अलग चार्जेज लगाएं जाएंगे. 

मिनिमम बैलेंस चार्ज 
बैंक से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक कोटक महिंद्रा मिनिमम बैलेंस न रखने पर 6 फीसदी चार्ज वसूलता है. जो प्रोडक्ट वैरिएंट के अनुसार अधिकतम 500 रुपये से 600 रुपये होगा. अब इसमें भी बढोतरी किये जाने की संभावना जताई जा रही है. बताया जा रहा है कि नए वित्तीय वर्ष में बैंक  7 फीसदी तक मिनिमम बैलेंस चार्ज वसूल करेगा. हालांकि इसके बारे में अभी कुछ ज्यादा नहीं बताया गया है. इसलिए अभी डरने की कोई जरूरत नहीं है. 

ट्रांजेक्शन फेल चार्ज
कई बार बैंक में लेन-देन के समय ट्रांसजेक्शन फेल हो जाती है. नॉन फाइनेंशियल कारणों से चेक इश्यू और और रिफंड चार्ज 50 रुपये. नॉन फाइनेंशियल कारणों में ड्रॉई के साइन अधूरे होना, साइन ठीक से समझ ना आना आदि कारण समझ में आता है. यदि ऐसा होता है तो रिफंड पैसा भी पहले की तुलना में ज्यादा आने की संभावना है. हालांकि इसकी भी अभी घोषणा नहीं की गई है.