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AC Cabin in Truck: ट्रकों में अनिवार्य किया गया AC केबिन, जानिए कब से लागू होगा नया नियम

Truck Drivers AC Cabin Mandatory: देश की सड़कों पर 2025 से एसी केबिन वाले ट्रक दौड़ते दिखेंगे. इस संबंध में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है.

Updated on: 10 Dec 2023, 07:33 PM

highlights

  • अब ट्रकों में अनिवार्य किया गया एसी केबिन
  • अक्टूबर 2025 से लागू होगा नया नियम
  • मंत्रालय ने जारी किया नोटिफिकेशन

नई दिल्ली:

Truck Drivers AC Cabin Mandatory: अब देश की सड़कों पर एसी केबिन वाले ट्रक दौड़ने नजर आएंगे. सरकार ने ट्रकों की बदहाल व्यवस्था को देखते हुए ये निर्णय लिया है कि देश के सभी ट्रकों में एसी केबिन होना चाहिए. जिसे लेकर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. मंत्रालय के नोटिफिकेशन के मुताबिक, अक्टूबर 2025 से सभी नए ट्रकों में ड्राइवरों के लिए फैक्ट्री-फिटेड एसी केबिन होना अनिवार्य होगा. बता दें कि मोदी सरकार पिछले पांच साल से कई बार इसे लेकर कोशिशें कर चुकी है. आखिरकार अब आकर इसे अमलीजामा पहनाना भी शुरू कर दिया गया है और इसकी तारीख का भी ऐलान कर दिया गया है. मंत्रालय की ओर से शुक्रवार रात को जारी एक राजपत्र अधिसूचना में कहा कि, "1 अक्टूबर, 2025 या उसके बाद बने सभी N2 और N3 कैटेगरी के ट्रकों के केबिन के लिए एयर कंडीशनिंग सिस्टम लगाया जाएगा."

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सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा गया है कि ट्रकों में एयर कंडीशनिंग सिस्टम से लैस केबिन की टेस्टिंग अधिसूचित ऑटोमोटिव मानकों के अनुसार होगी. जिसमें एन2 और एन3 कैटेगरी के व्यावसायिक वाहन शामिल होंगे. इसके साथ ही ट्रक निर्माताओं को एसी सिस्टम वाले केबिन के साथ चेसिस बेचने का भी रास्ता साफ हो जाएगा. बता दें कि वर्तमान में ट्रकों में अलग से बॉडी लगवानी पड़ती है. इसलिए ट्रक के डैशबोर्ड सहित एसी केबिन्स में मॉडिफिकेशन की जरूरत भी होगी. इसलिए ट्रक निर्माता कंपनियों को खुद ही ट्रक में बॉडी लगवाने के लिए कहा गया है. जिससे केबिन को फिट करने के लिए वाहन बॉडी बिल्डरों की जरूरत न पड़े.

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ट्रक ड्राइवरों पर किया गया सर्वे

बता दें कि साल 2020 में एक नॉन-प्रॉफ़िटेबल ऑर्ग्नाइजेशन (NGO) ने 10 राज्यों में ट्रक ड्राइवरों को लेकर एक सर्वेक्षण किया था, जिसमें लगभग आधे से ज्यादा ट्रक ड्राइवरों ने इस बात को माना था कि वे थकान या नींद महसूस होने के बाद भी ट्रक चलाते रहते हैं. इसके बाद ट्रक ड्राइवरों की सुविधा के लिए ट्रकों में एसी लगाने की बात पर चर्चा होने लगी.

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जानें कौन से हैं N2-N3 कैटेगरी के वाहन?

बता दें कि एन2 कैटेगरी में वे भारी मालवाहक वाहन आते हैं जिनका कुल वजन 3.5 टन (3500 किग्रा) से ज्यादा और 12 टन (12000 किग्रा) से कम होता है. जबकि एन3 कैटेगरी में उन मालवाहक वाहनों को रखा गया है जिनका वजन 12 टन यानी 120 क्विटल से ज्यादा होता है.