अब पूरी दुनिया इंटरनेट पर आ गई है. हम अब कोई भी काम इंटरनेट की मदद से कर सकते हैं. अब तो खाना खाने और शॉपिंग के लिए भी बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती. घर बैठे ही खाना आ जाता है और घर बैठे ही शॉपिंग हो जाती है. इंटरनेट की मदद से लोगों की जिंदगी जहां आसान हुई है. वहीं, इंटरनेट ने बहुत सारी मुश्किलों को भी जन्म दे दिया है. अब जैसे शॉपिंग ऑनलाइन हो जाती है, ठीक वैसे ही अब ठगी भी ऑनलाइन होती है.
लोगों के साथ ठगी करना इंटरनेट के इस दौर में बहुत आसान हो गया है. ठगों के पास इसके लिए कई सारे तरीके आ गए हैं. कुछ समय से लोगों के साथ साइबर फ्रॉड की खबरें आ रही हैं. एक नया स्कैम सामने आया है. अब ठग लोग कॉल करके कहते हैं- गलती से आपके खाते में पैसे ट्रांसफर हो गया है. प्लीज आप इसे वापस कर दीजिए. कई लोग इनके बहकावे में आ जाते हैं और वे फ्रॉड का शिकार हो जाता हैं. आपको खुद को ऐसे ठगों से बचाकर रखना है.
हाल ही में हुआ ऐसा मामला
प्राइवेट कंपनी में काम करने वाली एक महिला के साथ हाल में ऐसा ही फ्रॉड हुआ. दरअसल, महिला को एक अनजान नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले व्यक्ति ने कहा कि आपके पिताजी ने आपके अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने के लिए मुझे कहा है. मैं आपको यूपीआई कर रहा हूं. इसके बाद महिला ने अपने पिता को कॉल करते पूछा तो उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है. हालांकि, तब तक महिला के फोन में पैसे क्रेडिट होने के चार-पांच मैसेज आ जाते हैं. खास बात है कि ऐसे मैसेज प्राइवेट नंबर से भेजे गए थे, जो एकदम ट्रांजैक्शन मैसेज की तरह ही होते हैं. इसके बाद ठग महिला से फोन पर कहता है कि मैंने गलती से आपके खाते में अधिक पैसे भेज दिए हैं, प्लीज आप मुझे पैसे वापस यूपीआई कर दीजिए.
महिला बैंक गई तो हैरान रह गई
महिला ने इसके लिए साफ मना कर दिया और कहा कि रकम बड़ी है. आप मुझे बैंक डिटेल्स भेज दीजिए मैं नेट बैंकिंग कर देती हूं. ठग महिला के सामने रोने-धोने लगता है और यूपीआई की जिद करता है. हालांकि, महिला मानी नहीं, उसने बैंक जाकर शिकायत करने के बाद पैसे ट्रांसफर करने की बात कही. महिला बाद में जब बैंक गई तो उसे पता चला कि उसके खाते में कोई पैसे ही नहीं आए हैं. बैंक जाकर महिला को समझ आता है- उसके साथ फ्रॉड होने वाला है.
आप ऐसे केस में क्या करें
आपके साथ भी कभी ऐसा होता है तो आपको ध्यान देना होगा कि आपको साइबर क्राइम पोर्टल पर इसकी शिकायत करनी होंगी और ठगों के बहकावे में नहीं आना है.