Train News: ट्रेन में मिल गया गंदा चादर-कंबल, जानें कहां और कैसे कर सकते हैं शिकायत

Train News: मान लीजिए आप रेलवे के एसी कोच में ट्रैवल कर रहे हैं और आपको गंदा या फिर गीला बेडरोल दे दिया तो आप क्या करेंगे. आइये जानते हैं….

Train News: मान लीजिए आप रेलवे के एसी कोच में ट्रैवल कर रहे हैं और आपको गंदा या फिर गीला बेडरोल दे दिया तो आप क्या करेंगे. आइये जानते हैं….

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Jalaj Kumar Mishra
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Know how to Complain if you get dirty Bedroll Train News in Hindi

File Photo (AI)

Train News: भारतीय रेलवे एसी कोच में ट्रैवल करने वाले अपने यात्रियों को बेडरोल की सुविधा भी मुहैया करवाती है. इसमें दो चादरें, एक तौलिया, तकिए का एक कवर और एक कंबल शामिल होता है. हालांकि, यात्रियों को कई बार शिकायत होती है कि अटेडेंट गंदे या फिर गीले बेडशीट और कंबल दे देते हैं. बेडरोल एक पैक्ड लिफाफे में होता है, इसलिए इन्हें खोलने पर ही असलियत सामने आ पाती है. इस वजह से यात्री कन्फ्यूज हो जाते हैं कि वे आखिर कैसे इन गंदी बेडशीट्स और कंबल को बदलवाएं. आइये हम आपको बताते हैं कि ट्रेन के ऐसी कोच में मिले बेडशीट और कंबल की शिकायत कहां कर सकते हैं. 

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रेलवे का कहना है कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है, अगर किसी यात्री को गंदा या गीला बेडशीट मिलता है तो उसे तुरंत बदला जा सकता है. यात्रियों को इसके लिए अधिक परेशानी उठाने की जरूरत नहीं होती. 

Train News: यहां करवाएं अपनी शिकायत

अगर किसी यात्री के पास गंदी बेडशीट या फिर कंबल आ गया है तो कोच अटेंडेंट को कॉल करके आप अपनी समस्या बता सकते हैं. अगर वह आपको नई बेडशीट देने से मना करे तो आप रेल हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल कर सकते हैं. खास बात है कि शिकायत आपको टाइप करने की जरूरत नहीं है सिर्फ बोलकर ही इसे दर्ज करवा सकते हैं. रेल मदद ऐप पर भी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है.

Train News: आपकी शिकायत पर कितनी जल्दी होती है कार्रवाई 

आपकी समस्या को सबसे पहले कंट्रोल रूम से संबंधित जोन और डिविजन में भिजवाई जाती है. अगर समस्या ट्रेन में ही सुलझाई जा सकती है तो तुरंत कार्रवाई होती है. चादरें और कंबल वाली शिकायतें आमतौर पर मिनटों में हो जाती हैं. वहीं, अगर किसी शिकायत पर दो घंटे के अंदर कार्रवाई नहीं होती है तो वह सीधा रेल मंत्रालय तक पहुंच जाती है. ऐसे केस में संबंधित अधिकारी को जवाब देना पड़ता है. 

Train News: बेडशीट और कंबल की धुलाई कब-कब होती है 

रेलवे का कहना है कि चादरें, तकिये और तौलिये हर इस्तेमाल के बाद धाेएं जाते हैं. देशभर में इसके लिए 40 डिपार्टमेंटल लॉन्ड्री और 25 बोट लॉन्ड्री बनाई गई है. हालांकि, कंबलों की धुलाई माह में सिर्फ एक बार ही होती है. कुछ-कुछ केस में महीने में दो बार भी इन्हें धुला जाता है. 

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