प्रधानमंत्री आवास योजना केंद्र सरकार की एक महात्वाकांक्षी योजना है. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को पक्के घर का सपना साकार करने का अवसर देना है. योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के उन परिवारों के लिए है, जिनके पास खुद का आवास नहीं है. योजना के तहत सरकार लाभार्थियों को वित्तीय सहायता देती है. जिससे वे अपने लिए सुरक्षित और स्थायी आवास बना सकें.
इन प्रमुख शर्तों को पूरा करना है जरुरी
योजना से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थियों को 21 वचन बिंदुओं पर खरा उतरना पड़ता है. प्रमुख बिंदुओं की बात करे कि लाभार्थी के पास पहले से पक्का मकान न हो. उनकी मासिक आय 15 हजार रुपये से अधिक नहीं हो. 50 हजार से अधिक का क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं होना चाहिए. आवेदक किसी और योजना के तहत आवास का लाभ न लिया हो. सर्वे के बाद लाभार्थी का चयन किया जाता है. सरकार 2018 में हुए सर्वे के अनुसार, पात्र लोगों की सूची बनाती है. अगर किसी का नाम इस सर्वे में नहीं है तो वह आने वाले सर्वे के दौरान, ग्राम पंचायत सचिव, ग्रामीण आवास सहायक और पंचायत रोजगार सेवक के माध्यम से अपना नाम जुड़वा सकता है.
तीन किस्तों में बैंक खाते में रकम डालती है सरकार
योजना के तहत, सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के लाभार्थियों को 1.2 लाख की राशि तीन किस्तों में देती है. वहीं, शहरी क्षेत्रों में सहायता राशि 2.5 लाख रुपये तक होती है. रकम सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में डाली जाती है. पारदर्शिता बनाए रखने के लिए लाभार्थी अपना नाम ऑनलाइन चेक कर सकते हैं. अपना नाम देखने के लिए pmayg.nic.in पर जाना होगा.
कैसे चेक करें सूची में आपका नाम है या नहीं
- लाभार्थियों को सबसे पहले प्रधानमंत्री आवास योजना की आधिकारिक वेबसाइट (pmaymis.gov.in) पर जाना होगा.
- वहां होमपेज पर उन्हें नागरिक मूल्यांकन (Citizen Assessment) के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा.
- तीन विकल्पों में से आपको किसी एक को चुनना होगा.
- आपको इसके बाद अपना आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा, फिर चेक पर क्लिक करना होगा. इससे ये साफ हो जाएगा कि आप पात्र लाभार्थी है.