जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पूरा देश हिल गया है. हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई है. देश में गुस्सा भरा हुआ है. भारत ने पाकिस्तान को इसका जिम्मेदार ठहराया है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े फैसले लिए हैं. इस बीच, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने बुधवार को बताया कि भारत के एक्शन के बाद हमने भी गुरुवार को नेशनल सिक्योरिटी काउंसिंल की बैठक बुलाई है. ऐसे में सवाल उठने लगे है कि क्या पाकिस्तान करतारपुर साहिब का रूट भी बंद कर सकता है. आइये जानते हैं, इस बारे में…
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क्या करतारपुर साहिब का रूट बंद हो जाएगा
करतारपुर कॉरिडोर एक वीजा-मुक्त क्रॉसिंग है. ये पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत की सीमा से जोड़ता है. कॉरिडोर बनाने का मकसद था कि भारत के सिख-हिंदू श्रद्धालु करतारपुर स्थित गुरुद्वारे के दर्शन कर पाएं. गुरुद्वारा भारत-पाकिस्तान सीमा से 4.7 किलोमीटर दूर पाकिस्तान की तरफ है. यहां किसी भी प्रकार के वीजा की जरूरत नहीं है. पहलगाम हमले के कारण भारत ने जो एक्शन लिया है, इसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि कॉरिडोर बंद किया जा सकता है. हालांकि, पाकिस्तान की ओर अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
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पहले भी बंद हो चुका है करतारपुर साहिब कॉरिडोर
बता दें, करतारपुर कॉरिडोर को बनाने का प्रस्ताव सबसे पहले साल 1999 में आया था. 26 नवंबर 2018 को भारत और 28 नंवबर 2018 को पाकिस्तान की तरफ से आधारशिला रखी गई थी. 2019 में कॉरिडोर बनकर तैयार हो गया था. 12 नवंबर 2019 को गुरुनानक की 550वीं जयंती मनाने के लिए कॉरिडोर खोला गया था. हालांकि, कोरोना के वक्त कॉरिडोर से पाकिस्तान में तीर्थयात्रियों की आवाजाही को बैन कर दिया था.
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