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Jangadna (File)
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2011 के बाद से देश में जनगणना नहीं हो पाई. वजह है कोरोना महामारी. हालांकि, सरकार अब जनगणना को लेकर काम करने लगी है. इसको लेकर सरकार ने बड़ा संकेत भी दिया है.
Jangadna (File)
कोविड-19 के कारण भारत में जनगणना 2020 में नहीं हो पाई. 2020 से 2024 खत्म होने में कुछ दिन बचे हैं पर जनगणना शुरू नहीं हो पाई. हालांकि, उम्मीद है कि 2025 में जनगणना शुरू होगी. जनगणना सर्वेक्षण इस बार 2025 से लेकर 2026 तक चलेगा. हालांकि, सरकार की ओर से अब तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. कहा जा रहा है कि जनगणना इस बार तय समय पर शुरू हो जाएगा.
देश में आखिरी जनगणना 2011 में हुई थी. उम्मीद थी कि अब 2021 में जनगणना होगी पर कोविड के कारण ऐसा हो नहीं पाया. उम्मीद है कि ताजा जनगणना के अनुसार, लोकसभा सीटों का परिसीमन होगा. नए सिरे से सीटों का बंटवारा होगा. इसके बाद 2029 में लोकसभा चुनाव होंगे.
विपक्षी राजनीतिक दल सरकार से मांग कर रहे है कि जातिगत जनगणना कराई जाए. विपक्ष कह रहा है कि जातिगत जनगणना से विभिन्न वर्गों की स्थिति क्लीयर हो जाएगा. स्थिति साफ होने के बाद विकास कार्यों में समानता सुनिश्चित की जाएगी.
मृत्युंजय कुमार नारायण भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त हैं. केंद्र सरकार ने इनका कार्यकाल अगस्त 2026 तक बढ़ा दिया गया है. नारायण 1995 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी हैं. 2020 से नारायण इस पद पर कार्यरत हैं. नारायण का कार्यकाल बढ़ाने से सरकार ने संकेत दे दिया है कि वे जनगणना को लेकर प्लानिंग कर रहे हैं.
अगस्त में अमित शाह ने कहा था कि जनगणना को लेकर कहा था कि सही समय पर जनगणना कराया जाएगा. उन्होंने आगे कहा था कि जनगणना को लेकर जब भी कोई निर्णय लिया जाएगा, वे खुद इसकी जानकारी देंगे. वे पूरी प्रक्रिया बताएंगे कि कैसे जनगणना कराई जाएगी.