Cloudburst: उत्तराखंड के धारली गांव में हाल ही में बादल फटने की घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्राकृतिक आपदाएं कितनी विनाशकारी हो सकती हैं. कुछ ही सेकंड में पूरा गांव पानी में समा गया, कई लोग लापता हैं और कई परिवारों के पास अब न घर बचा है और न ही जरूरी दस्तावेज. ऐसे हालात में सबसे बड़ी मुश्किल सामने आती है बीमा क्लेम लेने की, जब कागजात भी बह चुके होते हैं. लेकिन राहत की बात ये है कि बीमा क्लेम बिना कागजातों के भी लिया जा सकता है, बस सही प्रक्रिया अपनानी होगी.
1. बीमा कंपनी को तुरंत सूचित करें
अगर आपके दस्तावेज नष्ट हो गए हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है. सबसे पहले आप अपनी बीमा कंपनी को फोन या ईमेल के माध्यम से सूचित करें कि आपके साथ क्या हादसा हुआ है और क्या-क्या नुकसान हुआ है। जानकारी देने में देर न करें, क्योंकि बीमा कंपनियां समय पर रिपोर्टिंग की मांग करती हैं.
2. स्थानीय पुलिस या प्रशासन से रिपोर्ट बनवाएं
बीमा क्लेम के लिए एक आधिकारिक रिपोर्ट जरूरी होती है. इसके लिए आप नजदीकी पुलिस स्टेशन या तहसील से एक घटना रिपोर्ट या पंचनामा बनवाएं जिसमें आपके नुकसान की पुष्टि हो. ये रिपोर्ट बीमा क्लेम में अहम भूमिका निभाती है.
3. स्पॉट सर्वे और अन्य सबूत
बीमा कंपनियां अक्सर घटनास्थल पर खुद सर्वे करने आती हैं जिसे स्पॉट सर्वे कहा जाता है. आप अगर कोई पुरानी ईमेल, पॉलिसी नंबर, बैंक स्टेटमेंट, या बीमा से जुड़ा कोई फोटो प्रस्तुत कर सकें, तो इससे आपकी पॉलिसी की पुष्टि आसानी से हो सकती है. डिजिटल पॉलिसी होने पर कंपनियों के पास आपके रिकॉर्ड पहले से होते हैं.
4. किन चीजों का क्लेम मिल सकता है?
अगर आपकी पॉलिसी एक्टिव है, तो आप इन नुकसानों पर क्लेम कर सकते हैं:
- घर की संरचनात्मक क्षति (दीवारें, छत, फर्श आदि)
- घरेलू सामान जैसे फर्नीचर, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स
- महत्वपूर्ण दस्तावेज और कीमती वस्तुएं
- मोटर इंश्योरेंस के अंतर्गत डूबी हुई गाड़ी
- कुछ पॉलिसियों में अस्थायी आवास की सुविधा भी दी जाती है जब तक घर दोबारा रहने योग्य न हो
5. क्या ध्यान रखें?
बीमा क्लेम उन्हीं चीज़ों पर मिलेगा जो आपकी पॉलिसी में कवर्ड हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि आपने किन-किन चीजों का बीमा कराया था. यदि पॉलिसी की शर्तों का पालन किया गया है और नुकसान की पुष्टि हो जाती है, तो बिना कागजातों के भी बीमा क्लेम मिल सकता है.
प्राकृतिक आपदा के समय अगर बीमा दस्तावेज बह जाएं, तो भी बीमा क्लेम की प्रक्रिया रुकती नहीं है. सही जानकारी, समय पर रिपोर्ट और उपलब्ध डिजिटल साक्ष्य के आधार पर आप अपना नुकसान भरवा सकते हैं. हमेशा डिजिटल कॉपी और पॉलिसी नंबर को ईमेल या क्लाउड में सुरक्षित रखना समझदारी होती है.