केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का दौरा किया और यहां पर दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं का निरीक्षण किया. इस दौरान, मंत्री ने देश में योग और आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की. उन्होंने कहा कि, उनकी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'हर घर आयुर्वेद' के मिशन को पूरा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.
मंत्री जाधव ने बताया कि, भारतीय आयुर्वेद को विदेशी आक्रांताओं और औपनिवेशिक काल के दौरान काफी नुकसान हुआ था, लेकिन मोदी सरकार के नेतृत्व में पिछले कुछ वर्षों में इसकी स्थिति में सुधार हुआ है. आज आयुर्वेद और योग की वैश्विक मान्यता बढ़ी है और यह पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली अब अधिक जनस्वीकृति प्राप्त कर रही है.
देश में दस नए आयुष संस्थानों की घोषणा
इस अवसर पर, जाधव ने आगामी पांच वर्षों में देश भर में दस नए आयुष संस्थानों के उद्घाटन की घोषणा की है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि, हर भारतीय नागरिक को ऐलोपैथिक चिकित्सा के समान परंपरागत आयुर्वेद और अन्य चिकित्सा प्रणालियों का लाभ मिल सके.
संस्थान की निदेशक प्रो. तनुजा नेसरी ने मंत्री जाधव को धन्यवाद देते हुए बताया कि, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना 2017 में की गई थी और अब तक 26 लाख से अधिक रोगियों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया है. संस्थान ने पिछले सात वर्षों में आयुर्वेद के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वैश्विक शिक्षा और अनुसंधान का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है.
राष्ट्रपति करेंगी संस्थान का दौरा
मंत्री जाधव ने यह भी उल्लेख किया कि राष्ट्रपति ने संस्थान का दौरा करने की इच्छा व्यक्त की है. इसलिए उन्होंने संस्थान की तैयारियों का जायजा लेने के लिए यह दौरा किया है. यह सभी प्रयास आयुर्वेद और योग को बढ़ावा देने के साथ-साथ उनकी वैश्विक पहचान को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं.