EPFO: दिसंबर माह खत्म होने को है, 11 दिन बाद सभी लोग नए साल 2025 का जश्न मना रहे होंगे. लेकिन यह नया साल निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए एक खुशखबरी ला सकता है. आपको बता दें कि प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारी इस बात से निराश रहते हैं कि न तो उन्हें हर छह माह में महंगाई भत्ता दिया जाता न ही कोई और सुविधा. लेकिन सूत्रों से मिल रही है खबरों को सच मानें तो अब प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों की भी चांदी होने वाली है. सरकार बहुत जल्द ईपीएफओ में बेसिक वेतन की बढ़ोतरी पर मुहर लगाने वाली है. जिससे निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों की पेंशन में भी बड़ा इजाफा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
बजट 2025 में लिया जा सकता है फैसला
दरअसल, निजी क्षेत्र के कर्मचारियों की बेसिक सैलरी बढ़ाने की मांग काफी दिनों से उठती रही है. जिसमें यह मांग की जाती रही है कि कर्मचारियों की पेंशन की गणना, जो अभी मौजूदा समय में 15000 से की जा रही है, उसे बढ़ा दिया जाए. मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार सरकार इसे 21000 रुपए करने पर विचार कर रही है. सूत्रों का तो यहां तक दावा है कि इसका पूरा मसौदा तैयार कर लिया गया है. सिर्फ ओपचारिक घोषणा होना शेष है. आपको बता दें की साल 2014 से ही पेंशन की गणना 15 हजार रूपए से की जा रही है और इसकी ही सीमा को बढ़ाने को लेकर बात हो रही हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि बहुत जल्द इस पर अमल हो सकता है. यदि ऐसा होता है तो प्रतिमाह कर्मचारियों की सैलरी में मोटा इजाफा हो जा जाएगा.
रिटायरमेंट पर मिल सकेगी ज्यादा पेंशन
यदि बेसिक वेतन में बढ़ोतरी होती है तो इसका अर्थ यह भी होगा कि निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के वेतन में से जो धनराशि EPFO में जाती है, वह बढ़ जाएगी. ऐसा होने पर निजी क्षेत्र के कर्मचारियों का भविष्य भी अधिक सुरक्षित हो जाएगा, क्योंकि उससे उन्हें रियारमेंट के बाद ज्यादा पेंशन मिल सकेगी.