एक समय था जब बनारस घराने के कलाकार पूरी दुनिया की शास्त्रीय संगीत की दुनिया में राज करते थे. इस घराने ने एक से बढ़कर एक कलाकार दिए पर समय के साथ इस घराने से नए कलाकारों का जुड़ाव उस तरह से नहीं हुआ जैसा होना चाहिए था. वर्तमान में युवा पीढ़ी को शस्त्रीय संगीत से जोड़ने के लिए देश नामी संगीत की हस्तिया काशी से संगीत ग्राम के जरिये युवा पीढ़ी को जोड़ रही है. ताकि बनारस घराने का सूरज हमेशा चमकता रहे.
युवाओं को फिर से शास्त्रीय संगीत से जोड़ने का प्रयास
बनारस ये नगरी देश की सासंकृतिक विरासत के साथ शास्त्रीय संगीत की दुनिया में अपनी एक खास जगह रखती है. देश दुनिया को बनारस ने किशन महराज ,बिस्मिल्लाह खान ,गुदई महराज ,राजन साजन मिश्रा ,गिरजा देवी ,सितारा देवी ,गोपी कृष्ण , कण्ठे महराज ऐसी अनगिनत विभूतिया थी पर समय के साथ शास्त्रीय संगीत से जुड़ाव का कम देखा गया. अब ऐसी स्तिथि में अब पद्म श्री सोमा घोष सहित देश के जाने - माने कलाकार संगीत ग्राम के जरिये युवाओं को फिर से शास्त्रीय संगीत से जोड़ने का प्रयास कर रहे है.
संगीत के इस कार्यशाला में आने के बाद युवा पीढ़ी भी बेहद खुश
संगीत ग्राम के जरिये अब पद्म श्री सोम घोष हर छोटे बड़े महाविद्यालय और विश्व विद्यालय में जाकर शास्त्रीय संगीत का महत्व ही बच्चो को नहीं समझा रही है बल्कि बच्चो को गाने की कला भी बता रही है. ताकि नयी पीढ़ी संगीत के घराने से जुड़े और शास्त्रीय संगीत में परांगत ये शहर फिर से उसी रंग में नजर आये. संगीत के इस कार्यशाला में आने के बाद युवा पीढ़ी भी बेहद खुश नजर आयी और उन्होंने बताया की अब तक वो इन बातो से अंजान थी पर आज उन्हें भी लगता है की वो अपने घराने के इस विधा को आगे लेकर जा सकती है महाविद्यालय के प्राचार्य भी इस मुहीम से बच्चो को जोड़ रही है ताकि इसे आगे ले जाया जा सके.