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Effective tips to protect your home from dampness during monsoon season
Monsoon Tips: मानसून के मौसम में बारिश से गर्मी से राहत जरूर मिलती है, लेकिन साथ ही घरों में कई परेशानियां भी शुरू हो जाती हैं. खासतौर पर बारिश का पानी घरों की दीवारों और छतों पर सीलन का कारण बनता है, जो घर की सुंदरता और मजबूती दोनों को प्रभावित करता है. सीलन की वजह से दीवारों में दरारें पड़ने लगती हैं और छतों से पानी टपकने की समस्या उत्पन्न हो जाती है. ऐसे में जरूरी है कि हम समय रहते कुछ उपाय अपनाएं ताकि मानसून में सीलन से बचा जा सके.
सीलन क्यों लगती है?
बारिश के कारण घर की दीवारों और छतों पर सीलन लगने के कई कारण हो सकते हैं. सबसे प्रमुख कारण है घर बनवाते समय खराब क्वालिटी के मटेरियल का इस्तेमाल. अगर सीमेंट और ईंटें अच्छी क्वालिटी की नहीं होतीं, तो दीवारें जल्दी खराब होने लगती हैं और सीलन की समस्या आ जाती है. इसके अलावा, छतों की नियमित तौर पर सफाई न होने की वजह से भी पानी जमा होता है, जिससे सीलन बढ़ जाती है. ड्रेनेज पाइप्स में ब्लॉकेज होने की स्थिति में पानी का सही से निकल नहीं पाता, जिससे दीवारों पर सीलन लगती है.
सीलन से बचाव के तरीके
- दीवारों पर सीलन से बचने के लिए आप वाटर प्रोटेक्शन केमिकल का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे सीमेंट में मिलाकर दीवारों पर लगाएं और सूखने के बाद पेंट करवा लें. यह दीवारों को मजबूत बनाएगा और सीलन को दूर रखेगा.
- मानसून से पहले छत की मरम्मत करवाना जरूरी है. जहां पानी जमा होता है, वहां प्लास्टर या वाॅटरप्रूफिंग करवा लें. यह उपाय सीलन से बचाने में मददगार साबित होगा. मानसून से पहले घर के ड्रेनेज पाइप्स की अच्छी तरह सफाई करवा लें ताकि पानी का सही तरीके से निकास हो सके. अगर पाइप डैमेज हो चुका हो, तो उसकी मरम्मत भी करवानी चाहिए.
- अगर घर की दीवारों में दरारें हैं, तो मानसून से पहले उन्हें पुट्टी से भरवा लें और उस पर वाटरप्रूफ पेंट करवाएं. इससे दीवारें बारिश के पानी से सुरक्षित रहेंगी.
इन सभी उपायों को अपनाकर आप अपने घर को मानसून के सीलन से बचा सकते हैं. घर की समय पर देखरेख और मरम्मत करवाने से दीवारों और छतों की उम्र भी बढ़ेगी और घर सुंदर और सुरक्षित बना रहेगा.
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