सोना एक पारंपरिक निवेश का विकल्प है, और सही तरीके से खरीदारी करने पर यह आपको अच्छा रिटर्न दे सकता है, लेकिन ज्वैलरी और गोल्ड सिक्के खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए, ताकि आपको भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी न हो. यहां हम बता रहे हैं कि सोना खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
सोना खरीदने का सही तरीका
ज्वैलरी vs गोल्ड सिक्के: अगर आप सोने को निवेश के नजरिए से देख रहे हैं, तो गोल्ड सिक्के या गोल्ड बिस्किट खरीदना अधिक फायदेमंद होता है. ज्वैलरी पर मेकिंग चार्ज लागू होता है, जो कि आपकी कुल लागत को बढ़ा देता है. इसके विपरीत, गोल्ड सिक्के और बिस्किट पर केवल 3% GST लगता है, और इनमें कोई मेकिंग चार्ज नहीं होता, जिससे आप भविष्य में बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
ज्वैलरी खरीदते समय लागत
मेकिंग चार्ज: ज्वैलरी खरीदते समय आपको आमतौर पर 15-30% तक मेकिंग चार्ज देना पड़ता है. उदाहरण के लिए, यदि आप 1 लाख रुपये की ज्वैलरी खरीदते हैं, तो इसके मेकिंग चार्ज 15-20 हजार रुपये तक हो सकते हैं. यह अतिरिक्त खर्च आपके निवेश को प्रभावित कर सकता है.
नग और मेकिंग चार्ज: ज्वैलरी में अगर नग लगे हैं, तो उनका वजन भी सोने के साथ जोड़ा जाता है, लेकिन, जब आप ज्वैलरी बेचते हैं, तो नग का कोई मूल्य नहीं होता, जिससे आपको मेकिंग चार्ज का पूरा पैसा गंवाना पड़ता है.
GST और अतिरिक्त चार्जेस
GST: ज्वैलरी पर 3% GST लागू होता है, और गोल्ड सिक्कों और बिस्किटों पर भी यही टैक्स लागू होता है.
अनावश्यक चार्जेस: कुछ ज्वैलर्स पॉलिस वेट या लेबर चार्ज के नाम पर अतिरिक्त शुल्क ले सकते हैं. ये शुल्क नियम के खिलाफ हो सकते हैं, और इनसे बचने के लिए आपको इन पर ध्यान देना चाहिए.
सही रेट और शुद्धता
ज्वैलरी कैरेट: ज्वैलरी अधिकांशतः 22 कैरेट या 18 कैरेट की होती है, जबकि 24 कैरेट ज्वैलरी बहुत कम उपलब्ध होती है. सोने की शुद्धता की जानकारी लेना आवश्यक है.
सोने की कीमत: ज्वैलरी खरीदने से पहले बाजार में सोने की मौजूदा कीमत की जानकारी लें ताकि आपको सही मूल्य पर खरीदारी कर सकें.
हॉलमार्क: हमेशा हॉलमार्क ज्वैलरी खरीदें ताकि शुद्धता की कोई समस्या न हो. हॉलमार्क सोने की गुणवत्ता और शुद्धता को प्रमाणित करता है.
बिल और मोल-भाव
ऑरिजनल बिल: ज्वैलरी की खरीद पर हमेशा ऑरिजनल बिल प्राप्त करें. इससे भविष्य में किसी भी विवाद को आसानी से सुलझाया जा सकता है.
मोल-भाव: मेकिंग चार्ज को लेकर ज्वैलर से मोल-भाव करें, क्योंकि अक्सर यह चार्ज 30% तक हो सकता है. ज्वैलर्स अक्सर मोल-भाव के बाद मेकिंग चार्ज कम कर देते हैं.