दिल्ली सरकार ने राजधानी को एक शानदार पर्यटन स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है. इस योजना का नाम टूरिज्म एंड हेरिटेज फेलोशिप प्रोग्राम रखा गया है. इसके तहत सरकार उन युवाओं को हर महीने ₹50000 की आर्थिक सहायता देगी जो दिल्ली के पर्यटन स्थलों को डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित करेंगे. इस योजना का उद्देश्य दिल्ली को राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक मुख्य पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को इस कार्यक्रम की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे युवाओं को इस योजना में शामिल करेगी, जिन्हें पर्यटन में रुचि हो और जो डिजिटल मीडिया का अच्छे से इस्तेमाल करना जानते हो.
दिल्ली के पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रसार करना होगा
इस योजना के तहत युवाओं को एक साल तक दिल्ली के पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रसार करना होगा. योजना के अंत में उन्हें एक प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा जो उनके करियर के लिए मददगार साबित हो सकता है. इस योजना का संचालन दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम द्वारा किया जाएगा. शुरुआत में यह योजना के तहत 40 युवाओं का चयन किया जाएगा. यह सभी युवा दिल्ली को एक आकर्षक पर्यटन केंद्र के रूप में दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का काम करेंगे. चयनित युवाओं को कई तरह के कार्य सौंपे जाएंगे. जैसे कि दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर जाकर वहां की जानकारी इकट्ठा करना. इसके बारे में वीडियो बनाना, सोशल मीडिया पर प्रचार करना और दिल्ली के पर्यटन क्षेत्र को बेहतर बनाने के लिए रिसर्च करना. इसके अलावा वह यह भी दिखाएंगे कि किस तरह से दिल्ली में आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं दी जा सकती हैं और किन-किन नई जगहों को पर्यटन आकर्षण के रूप में विकसित किया जा सकता है.
इन लोगों को मिलेगा लाभ
इस योजना का लाभ वह युवा ले सकते हैं, जिसकी उम्र 35 वर्ष से कम हो और जो सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे YouTube, Instagram, Facebook आदि पर सक्रिय हो. योजना का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और विरासत से जुड़ी जगहों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध करना है ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक यहां आएं और दिल्ली की पहचान एक वर्ल्ड टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में हो. सरकार का मानना है कि इस तरह के प्रयासों से ना केवल दिल्ली के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि युवाओं को रोजगार मिलेगा और अनुभव के अच्छे अवसर मिलेंगे. इससे दिल्ली की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी और नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने का मौका मिलेगा. यह योजना उन युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जो डिजिटल क्रिएटिविटी में रुचि रखते हैं और देश की राजधानी को एक नई पहचान दिलाना चाहते हैं.