Human Metapneumovirus: चीन की सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि एक नया वायरस फिर से आ धमका है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म तो जैसे मल्टीपल वायरस और महामारी की रिपोर्ट से भरे पड़े हैं. दावा किया जा रहा है कि चीन के अस्पतालों में भारी संख्या में मरीज भर्ती किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया के दावों के मुताबिक चीन के ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (hMPV) का संक्रमण बढ़ रहा है, जो स्वास्थ्य समस्याओं को और बढ़ा रहा है. आज इस खबर में हम बात करेंगे कि आखिर यह मेटान्यूमोवायरस (hMPV) काम कैसे करता है. इसका इतिहास क्या है. इस वायरस को पहचाने कैसे. इसका संक्रमण कैसे फैलता है. ऐसे तमाम सवाल हैं, जिनके जवाब आपको इस खबर के अंत तक मिल जाएंगे.
कैसे फैलता है वायरस
मेटान्यूमोवायरस (hMPV) वायरस यानी एचएमपीवी एक वायरल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है. यह वायरस खास तौर पर बच्चों बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों में साथ संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है. अब बात करते हैं इस वायरस की मुख्य विशेषताओं के बारे में. पहला पहचान और इतिहास क्या है. एमपीवी को पहली बार 2001 में खोजा गया था. यह पैरा माइक्स रिडे परिवार का सदस्य है, जिसमें रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) यानी कि आरएसवी भी शामिल है. अब ये संक्रमण फैलता कैसे है. यह हम आपको बताते हैं. संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या संपर्क में आने से वायरस संक्रमित सतहों को छूने के बाद मुंह नाक या आंखों को छूने से फैलता है.
क्या हैं वायरस के लक्षण
इसके लक्षण हैं सामान्य जुखाम यानी कि सर्दी और खांसी गले में खराश, बुखार, सांस लेने में कठिनाई होना औप निमोनिया जैसे गंभीर स्वास्थ्य रोग. इस वायरस से कौन सबसे ज्यादा प्रभावित होता है. मतलब कि किन लोगों को इस वायरस से सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है. छोटे बच्चे जिनकी उम्र 5 साल से कम है, बुजुर्ग, कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग, अस्थमा या सीओपीडी जैसी स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से पीड़ित जो लोग हैं वह सबसे ज्यादा इस खतरे में पड़ सकते हैं. अब आपको बताते हैं कि आखिर यह वायरस डायग्नोज कैसे किया जाता है और इससे बचने के ट्रीटमेंट क्या-क्या हैं. एचएमपीवी का पता लगाने के लिए निम्नलिखित परीक्षण किए जाते हैं. जैसे कि आरटीपीसी आर टेस्ट वायरस की पहचान करने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट.
कैसे करें बचाव
सीने का एक्सरे यदि निमोनिया की आशंका है तो ही एचएमपीवी के लिए कोई विशेष एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है. इससे अगर आप बचना चाहते हैं तो आपको नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोना है. सतहों और वस्तुओं को नियमित रूप से साफ करना है. संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए भीड़भाड़ से बचना है. खांसने या छींकने के समय मास्क पहनना बेहद ही जरूरी है. एचएम पीवी के लिए वर्तमान में कोई टीका उपलब्ध अभी नहीं है, लेकिन अन्य बीमारियों के लिए टीकाकरण मददगार हो सकता है.