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रेलवे प्रीमियम तत्काल कोटा में हुए बदलाव, जानिए क्या हैं नए नियम

प्रीमियम तत्काल कोटा के तहत जैसे-जैसे बुकिंग होती है, किराया भी बढ़ता जाता है. फ्लैक्सी फेयर के अंतर्गत हर 10 फीसदी सीट भरने के बाद 10 फीसदी किराया बढ़ जाता है.

Updated on: 22 Apr 2019, 11:57 AM

नई दिल्ली:

रेलवे अपने यात्रियों के लिए नई-नई स्कीम लॉन्च करता रहता है. रेलवे ने डायनामिक फेयर के साथ प्रीमियम तत्काल कोटा की स्कीम शुरू की थी. IRCTC की वेबसाइट के जरिए टिकट बुकिंग के समय आपने देखा होगा कि रेलवे ने कुछ ट्रेन में प्रीमियम तत्काल का विकल्प दिया होता है. प्रीमियम तत्काल में किराया कितना लगता है और उसकी पूरी डिटेल क्या है. आइए जानने की कोशिश करते हैं.

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बुकिंग के हिसाब से बढ़ता जाता है किराया
प्रीमियम तत्काल कोटा के तहत जैसे-जैसे बुकिंग होती है, किराया भी बढ़ता जाता है. फ्लैक्सी फेयर के अंतर्गत हर 10 फीसदी सीट भरने के बाद 10 फीसदी किराया बढ़ जाता है. प्रीमियम तत्काल के लिए बुकिंग सुबह 10 बजे से शुरू होती है. हालांकि इस कोटे के तहत हुई टिकट बुकिंग में रिफंड नहीं मिलता है. गौरतलब है कि रेलवे ने 47 ट्रेनों में डायनामिक फेयर स्कीम को खत्म करने की घोषणा की थी, जिसे 15 मार्च 2019 से लागू होना था. रेलवे ने 15 ट्रेनों में इसे पूरी तरह से खत्म कर दिया है और 32 ट्रेनों में आंशिक तौर पर खत्म किया गया हैं. नियम के मुताबिक जिन ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर वसूला जाता है, उसके तहत टिकट के आधार मूल्य के 1.4 गुना अधिकतम किराया वसूला जाता है.

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तत्काल, प्रीमियम तत्काल का एडवांस रिजर्वेशन पीरियड एक समान
तत्काल और प्रीमियम तत्काल का रिजर्वेशन का समय समान है. इस कोटा के तहत एजेंट टिकट बुकिंग नहीं कर सकते. यात्री की टिकट बुक हो जाने पर उससे डायनामिक फेयर वसूला जाता है. इस कोटा में आरएसी या वेटलिस्ट टिकट की बुकिंग नहीं होती है. प्रीमियम तत्काल कोटा में किसी भी तरह की छूट नहीं मिलती है. इसमें बच्चों का भी पूरा टिकट लगता है।

गौरतलब है कि भारतीय रेलवे ने राजधानी की 44 प्रीमियम ट्रेनों के लिए फ्लेक्सी फेयर योजना लागू की है. दुरंतो की 52 प्रीमियम ट्रेनों और शताब्दी एक्सप्रेस की 46 प्रीमियम ट्रेनों के लिए रेलवे ने फ्लेक्सी फेयर योजना लागू की थी.

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