रेलवे देश की लाइफलाइन है. भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है. भारतीय रेलवे कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते है कि जिकनी आबादी ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप की है, उतने लोग तो हर वक्त भारत की ट्रेनों में ही सफर करते हैं. रेलवे से सफर करना लोगों को बहुत पसंद है क्योंकि इसका सफर सहूलियत भरा होता है. ट्रेन बस से कहीं अधिक आरामदायक और हवाईजहाज से काफी ज्यादा सस्ता है.
एक्सप्रेस ट्रेनें हुई प्रभावित
वर्तमान में उत्तर भारत ठंड के प्रकोप में हैं. उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, बिहार सहित अन्य प्रदेशों में शीतलहर और कोहरा छाया हुआ है. कई-कई इलाकों में तो कोहरा इतना घना है कि लोगों को कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा है. कोहरे के कारण लोकल ट्रेनों की आवाजाही बहुत प्रभावित हो रही है. लोगों को इस वजह से काफी लेट हो जा रहा है. कोहरे की तो अभी शुरुआत ही हुई है और अभी से एक्स्प्रेस ट्रेनें पांच-पांच, छह-छह घंटे लेेट हो रही है.
लोकल ट्रेनों को भी हो रहा है लेट
एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ-साथ लोकल ट्रेनों का हाल भी बहुत खराब है. ये ट्रेनें भी काफी लेट हो रहीं हैं. जैसे- मथुरा-नई दिल्ली मेमू और बुलंदशहर-तिलकब्रिज स्पेशल ट्रेन करीब सवा घंटे लेट है. पानीपत-नई दिल्ली स्पेशल, कुरुक्षेत्र-हजरत निजामुद्दीन सहित विभिन्न लोकल ट्रेनें आधे से एक घंटे की देरी से चल रही हैं. रोजाना अपडाउन करने वाले यात्रियों को इससे बहुत अधिक देरी हो रही है.
इसलिए न्यूजनेशन आपके लिए यह खबर लेकर आया है कि आप रोज से समय से पहले ट्रेन पकड़ें, जिससे आपको अपने काम पर पहुंचने में लेट न हो.
देरी से चलने वाली प्रमुख ट्रेनें
- बेंगलुरु-नई दिल्ली जीटी एक्सप्रेस- सवा छह घंटे
- जबलपुर-हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस- पौने पांच घंटे
- मुजफ्फरपुर-आनंद विहार टर्मिनल सुपरफास्ट विशेष- साढ़े तीन घंटे
- पुरी-योगऋषि उत्कल एक्सप्रेस-तीन घंटे
- आजमगढ़-पुरानी दिल्ली कैफियत एक्सप्रेस-दो घंटे
दिल्ली से देरी से रवाना होने वाली ट्रेनें
- नई दिल्ली-राजेंद्र नगर स्पेशल ट्रेन- 3.55 घंटे
- आनंद विहार टर्मिनल-मुजफ्फरपुर स्पेशल ट्रेन- ढाई घंटे
- हजरत निजामुद्दीन-इंदौर स्पेशल ट्रेन– 1.24 घंटे