2025 के पहले दिन ही मचेगा हड़कंप, जनवरी से बंद हो जाएंगे 3 टाइप के बैंक खाते! पढ़ें RBI Guideline

RBI Guideline: नया साल 2025 आने को है, लेकिन साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी को बैंक अकाउंट होल्डर्स को बड़ा झटका लग सकता है. ऐसे में जरूरी है कि समय रहते जरूरी कदम उठा लिए जाएं.

RBI Guideline: नया साल 2025 आने को है, लेकिन साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी को बैंक अकाउंट होल्डर्स को बड़ा झटका लग सकता है. ऐसे में जरूरी है कि समय रहते जरूरी कदम उठा लिए जाएं.

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Mohit Sharma
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Bank News Photograph: (Bank News)

RBI Guideline: आज यानी 31 दिसंबर साल 2024 का अंतिम दिन है. कुछ घंटों बाद नए साल (2025) का आमगन हो जाएगा. कल यानी एक जनवरी को पूरा देश नए साल के जश्न में डूबा होगा. आज रात 12 बजे से नव वर्ष का सेलिब्रेशन शुरू हो जाएगा.  लेकिन जब देशवासी नए साल का स्वागत कर रहे होंगे, तब भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई की तरफ से उनको बड़ा झटका लग सकता है. दरअसल, 1 जनवरी 2025 से आरबीआई की तरफ से लागू होने वाले नए नियम से देश के करोड़ों बैंक अकाउंट होल्डर्स प्रभावित हो सकते हैं. अगर आप बैंक खाते से जुड़ी असुविधाओं व सुविधाओं गंवाने से बचना चाहते हैं तो आरबीआई के नए नियमों को समझना और समय रहते जरूरी कदम उठाना बेहद जरूरी है. 

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क्या है RBI के नए नियम

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय बैंक के नए दिशा निर्देशों का मुख्य उद्देश्य बैंकिंग लेन-देन को और ज्यादा सुरक्षित, पारदर्शी और प्रभावी बनाना है. आरबीआई ने यह कदम निष्क्रिय बैंक खातों में जाखिम को खत्म करने के लिए उठाया है. ताकि बैंकिंग सिस्टम में फ्रॉड़ को रोका जा सके और डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा मिले. आरबीआई की तरफ से कहा गया है कि यह नियम तीन टाइप के बैंक अकाउंट्स में लागू होगा, जिसकी जानकारी हम नीचे दे रहे हैं. 

1- डॉर्मेंट अकाउंट- 

डॉर्मेंट अकाउंट वो अकाउंट हैं, जिनमें पिछले दो साल या ज्यादा समय से कोई लेन-देन नहीं हुआ है. ऐसे बैंक अकाउंट्स साइबर अपराधियों के निशाने पर रहते हैं. अब आरबीआई इन खातों को बंद करके बैंकिंग सिस्टम को सेफ और एक्टिव बनाना चाहता है. 

2- निष्क्रिय बैंक खाते-

अगर किसी बैंक खाते में पिछले एक साल या ज्यादा समय से कोई लेन-देन नहीं हुआ है, तो आरबीआई उसको निष्क्रिय खातों की श्रेणी में रखता है. ऐसे बैंक अकाउंट्स को क्लोज करने का फैसला आरबीआई ने कस्टमर्स को धोखाधड़ी से बचाने और बैंकिंग सिस्टम में सुधान करने के लिए लिया है. 

3- जीरो बैलेंस अकाउंट-

अगर किसी बैंक अकाउंट में लंबे टाइम तक जीरो बैलेंस रखा गया है. उनको भी क्लोज किया जाएगा. आरबीआई ने यह कदम वित्तीय जोखिम को खत्म करने और अकाउंट होल्डर को बैंकिंग से जुड़े रहने के लिए उत्साहित करने के लिए उठाया है. 

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