आज की तारीख में हमारे आस पास कई प्रकार की बीमारियां हैं, जो बहुत ही कम समय में हमें अपना शिकार बना लेती हैं. जिसके चलते हमें बहुत दवाओं का सेवन करना पड़ता है, लंबे इलाज प्रक्रिया से जूझना पड़ता है और कई बार तो हालत नाजुक होने पर या गंभीर होने पर आदमी को अस्पताल में भारती तक होना पड़ता है. इस पूरे इलाज के दौरान अस्पताल वाले एक लंबा चौड़ा बिल आदमी को थमा देते हैं.
बढ़ चढ़कर आने वाले इस बीमारी के खर्चे को उठा पाना हर किसी के बस की बात नहीं, इसे चुकता करने के लिए कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आम आदमी की इसी परेशानी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि, आखिर यह योजना क्या है और लोगों को इसका लाभ कैसे मिलता है?
दरअसल इस योजना का उद्देश्य हर गरीब व्यक्ति और जरूरतमंद पर लोगों को मुफ्त में स्वास्थ्य सुविधाएं देने का है. इस योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने की और अब कई राज्य सरकार इस योजना को अपने अपने राज्यों में लागू कर चुकी हैं.
किन्हें मिलता है इसका लाभ?
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र लाभार्थियों के पास आयुष्मान कार्ड होता है. जिसकी मदद से धारक अपनी सूचीबद्ध अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं.
अगर आपके दस्तावेजों का सत्यापन हो जाता है और सब कुछ सही पाए जाता है, तो 10 से 15 दिन के अंदर आपको आपका आयुष्मान कार्ड जारी कर दिया जाता है. फिर यदि आप बीमार पड़ते हैं और आपको अस्पताल में भरती होकर इलाज करने की नौबत का सामना करना पड़ता है, तो इसमें आपको डरने की आवश्यकता नहीं है. 5 लाख तक के इलाज की सुविधा आपको उस अस्पताल में मिल जाएगी.
अगर वो अस्पताल आयुष्मान योजना में रजिस्टर है, तो सबसे पहले आपको अस्पताल में जाते ही अपना कार्ड अस्पताल के अधिकारियों को दिखाकर उनसे ये जानकारी प्राप्त करनी होगी कि, क्या उनका अस्पताल आयुष्मान योजना से संबंधित है या नहीं. अगर है तो फिर आप उसमें निश्चित भरती हो सकते हैं और 500000 तक के मुफ्त इलाज का फायदा उठा सकते हैं.