महाराष्ट्र में फिर बड़ा खेला, शिंदे ने दिये नाराजगी के संकेत, रख दी ये बड़ी मांग, देखते रह गए सब लोग

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में महायुति में एक बार फिर से दरार पड़ गयी है. उप मुख्यमत्री के रुक से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे बगावत पर उतर आए हैं. क्योंकि दिल्ली में बुलाई गई है गृहमंत्री शाह व नड्डा की बैठक में शामिल होने एकनाथ शिंदे नहीं पहुंचे.

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में महायुति में एक बार फिर से दरार पड़ गयी है. उप मुख्यमत्री के रुक से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे बगावत पर उतर आए हैं. क्योंकि दिल्ली में बुलाई गई है गृहमंत्री शाह व नड्डा की बैठक में शामिल होने एकनाथ शिंदे नहीं पहुंचे.

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Sunder Singh
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Maharashtra Politics:  महाराष्ट्र में महायुति में एक बार फिर से दरार पड़ गयी है. उप मुख्यमत्री के रुक से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे बगावत पर उतर आए हैं. क्योंकि दिल्ली में बुलाई गई है गृहमंत्री शाह व नड्डा की बैठक में शामिल होने एकनाथ शिंदे नहीं पहुंचे. कयास लगाए जा रहे हैं कि शिंदे लोक निर्माण विभाग मंत्रालय की मांग पर अड़े हैं. इसके अलावा भी कई बड़े मंत्रालय की डिमांड रख दी है. मांगों को पूरा न करने एक्शन के मूड़ में दिखाई पड़ रहे हैं. हालांकि अभी तक कोई पत्ता शिंदे ने नहीं खोला है. लेकिन राजनीतिक पंडितों का मानना है कि शिदें एक या दो दिनों में बड़ा फैसला ले सकते हैं.

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मंत्रालयों को लेकर नाराजगी

दरअसल, महायुति को मिली बंपर जीत के बाद पूरे एक हफ्ते में देवेन्द्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया था. उसके बाद मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्रियों ने भी शपथ ली थी. लेकिन अब मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर एक बार फिर महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर होने की संभावनाएं जताई जा रही है. मीडिया  रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक में एनसीपी प्रमुख अजित पवार भी पहुंचे, लेकिन शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे अनुपस्थिति रहे. जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि एकनाथ शिदें मंत्रालयों को लेकर नाराज हैं. साथ ही अपनी मांग मनवाने के लिए अभी भी अड़े हैं. 

लोक निर्माण सहित इन मंत्रालयों की मांग

शिंदे के करीबियों का कहना है कि उनकी पार्टी को केवल एक ही बड़ा मंत्रालय शहरी विकास विभाग दिया जा रहा है. शिंदे पहले गृह मंत्रालय पर अड़े थे, लेकिन अब भाजपा द्वारा इसे न देने की बात खुलकर कहे जाने के बाद वो दूसरे मंत्रालयों पर नजर गढ़ाए हैं. शिवसेना राजस्व, लोक निर्माण, आवास और उद्योग जैसे बड़े मंत्रालय चाह रही है. आपको बता दें कि बीती रात  फडणवीस ने अमित शाह से मंत्रिपरिषद विस्तार पर चर्चा की थी. लेकिन बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे की नाराजगी कहीं महायुति में दरार न डाल दे.,  



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