सरकारी दफ्तरों में इन दिनों आठवें वेतन आयोग को लेकर चर्चा का माहौल गर्म है. कर्मचारियों के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर 8वें वेतन आयोग के बाद में पेंशन में कितनी बढ़ोतरी होगी. खासकर रिटायर्ड कर्मचारी इस पर काफी ध्यान लगाए बैठे हैं. सातवां वेतन आयोग को लागू हुए अब लगभग 10 साल होने वाले हैं. इसलिए अब उम्मीद की जा रही है कि सरकार जल्द ही आठवें वेतन आयोग की घोषणा कर सकती है. जिससे रिटायर्ड लोगों को आर्थिक राहत मिलेगी. अगर सरकार आठवें वेतन आयोग को तय सीमा पर लागू करती है और उनकी सिफारिशें मान ली जाती है तो रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन में करीब 30 से 34% तक की सीधी बढ़ोतरी हो सकती है.
आठवें वेतन आयोग को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं
इस बढ़ोतरी से ना सिर्फ पेंशन की जेब भारी होगी बल्कि उन्हें मानसिक राहत भी मिलेगी. बढ़ी हुई पेंशन से वे अपने खर्चों को बेहतर तरीके से संभाल सकेंगे. खासकर जब महंगाई लगातार बढ़ रही है. हालांकि अभी तक सरकार की तरफ से आठवें वेतन आयोग को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन चर्चा तेज है और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले महीनों में इस पर कोई बड़ी खबर आ सकती है. आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर पेंशनर को बड़ा लाभ मिलेगा. नई बेसिक पेंशन तय होने के बाद उस पर महंगाई भत्ता यानी कि डीए जुड़कर आएगा. जिससे आगे की हर बढ़ोतरी और भी असरदार होगी. साथ ही महंगाई भत्ते को बेसिक में मर्ज कर देने से पेंशन में अचानक बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है.
पुराने पेंशनर को एरियर मिलने की भी संभावना
पुराने पेंशनर को एरियर मिलने की भी संभावना है. आठवें वेतन आयोग का गठन सिर्फ नौकरी पेशा कर्मचारियों के लिए ही नहीं बल्कि पेंशनर्स के लिए भी बड़ी उम्मीद बना हुआ है. करीब 67 लाख सरकारी पेंशनर को वेतन ढांचे में किसी भी बदलाव से फर्क पड़ता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक आठवें वेतन आयोग के बाद केंद्र सरकार के कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन बढ़कर ₹40000 से ₹45,000 किया जा सकता है और इसके साथ ही पेंशन में भी बदलाव होगा. डीए रिसेट होगा. लेकिन ज्यादा भत्तों से शुरुआती वेतन भृती में आई कमी की भरपाई हो सकती है. सातवें वेतन आयोग में यह फिटमेंट फैक्टर 2.57 था.