जोधपुर, 9 जुलाई (आईएएनएस)। फिल्म उदयपुर फाइल्स पर हो रही राजनीतिक बयानबाजी के बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बुधवार को प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि फिल्म बनाना और कोर्ट जाना सभी का अधिकार है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ बुधवार को जोधपुर दौरे पर पहुंचे। इस दौरान सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के पिता के देहांत पर संवेदनाएं व्यक्त कीं। साथ ही प्रदेश में हुए प्लेन हादसे में पायलट और को-पायलट की मौत पर भी दुख व्यक्त किया।
वहीं, फिल्म उदयपुर फाइल्स पर हो रही राजनीतिक बयानबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा, मौलिक अधिकार सभी को प्राप्त है। फिल्म बनाने का अधिकार सभी को है, कोर्ट में जाने का अधिकार भी सभी को है। इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, यदि विरोध होता है तो राज्य सरकार का काम है, कानून व्यवस्था बनाए रखना।
महाराष्ट्र में भाषा विवाद पर हो रही राजनीति को लेकर उन्होंने कहा, भाषा संदेश के आदान-प्रदान का माध्यम है। मूक-बधिर भी अपना संदेश इशारों से एक-दूसरे को देते हैं। ऐसे में भाषा के आधार पर झगड़ा उचित नहीं है।
उन्होंने बताया कि भाषा विवाद के कारण मारपीट के वीडियो सामने आने के बाद महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री से बात की और ऐसी घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
एसआई भर्ती से जुड़े सवाल पर राठौड़ ने कहा, जो पढ़ाई कर सही तरीके से चयनित हुए हैं, उनका हक क्यों मारा जाए? एक भी निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए, और जो दोषी है, उसे छोड़ा नहीं जाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भजन लाल शर्मा को पंडित कहने पर राठौड़ ने कहा कि पंडित विद्वता की पहचान है। अशोक गहलोत ने तो सचिन पायलट को भी नकारा-निकम्मा कहा था।
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