'टर्मरिक लाटे' से करें दिन की शुरुआत, रहेंगे चुस्त-दुरुस्त और खुशगवार

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'टर्मरिक लाटे' से करें दिन की शुरुआत, रहेंगे चुस्त-दुरुस्त और खुशगवार

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IANS
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Lifestyle changes for a healthy monsoon

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 13 सितंबर (आईएएनएस)। टर्मरिक लाटे का स्वाद जरूर सबने लिया होगा। नाम सुनकर असमंजस में मत पड़ जाइए क्योंकि ये है हमारे लगभग हर भारतीय घर की शान, गोल्डन ड्रिंक! और जिसे भारत में पारंपरिक रूप से हल्दी वाला दूध कहते हैं। जी हां, इसे ही पश्चिमी देशों में टर्मरिक लाटे का तमगा मिला है।

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ये देखना सुखद है कि सदियों पुरानी भारतीय परंपराएं, जिन्हें कभी देसी नुस्खे के तौर पर ही देखा जाता था, अब अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक मंचों पर वैलिडेटेड वेलनेस प्रैक्टिस मानी जा रही हैं।

हल्दी का मुख्य सक्रिय घटक कर्क्यूमिन है, जो इसे पीला रंग देता है और इसके औषधीय गुणों का केंद्र है। जर्नल ऑफ मेडिसिनल फूड (2017) की एक स्टडी के अनुसार, कर्क्यूमिन में प्राकृतिक एंटी-इन्फ्लामेंट्री गुण होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

हल्दी एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों से भरपूर होती है। अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) की रिपोर्ट में बताया गया है कि हल्दी का नियमित सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

कर्क्यूमिन मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर के स्तर को संतुलित करता है और अल्जाइमर जैसे रोगों की संभावना को कम कर सकता है। विदेशों में दिल खोलकर पिया जाने वाला टर्मरिक लाटे स्वाद में जबरदस्त होता है। आमतौर पर हम जो घरों में दूध में हल्दी डालकर उसे उबाल भर देते हैं उससे थोड़ा अलग ट्रीटमेंट इसे मिलता है। तो टर्मरिक लाटे बनाएं थोड़ा मॉर्डन ट्विस्ट के साथ। इसके लिए आपको चाहिए 1 कप दूध (या बादाम/सोया दूध), 1/2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1/4 छोटा चम्मच अदरक पाउडर, एक चुटकी काली मिर्च (क्योंकि ये कर्क्यूमिन के अवशोषण में मदद करती है) और स्वादानुसार शहद या खजूर सिरप। इन सभी सामग्रियों को धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक गर्म करें। कप में छानकर गर्मागर्म परोसें।

तो ये है विदेशों में बड़े चाव से पीया जाने वाला और हमारे घर के किचन में खास मुकाम हासिल कर चुका हल्दी वाला दूध। चूंकि पश्चिम में खासकर कोविड के बाद लोग ज्यादा हेल्थ-कॉन्शियस हो गए हैं और ये केमिकल दवाओं की जगह नेचुरल विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं, कैफे और जूस बार में गोल्डन मिल्क एक वेलनेस ड्रिंक के रूप में प्रचारित हो रही है।

है तो ये फायदेमंद, फिर भी कुछ लोगों को इसके अधिक इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए। खासकर गर्भवती महिलाओं को बचना चाहिए; साथ ही गॉल ब्लैडर पथरी या ब्लड थिनर ले रहे लोग भी डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।

टर्मरिक लाटे न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि यह आपकी सेहत के लिए भी एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है—बशर्ते इसे संतुलन में लिया जाए। तो अगली बार जब आप कॉफी पीने की सोचें, तो एक बार गोल्डन मिल्क आजमाकर जरूर देखें। यह आपकी सेहत और संस्कृति दोनों को जोड़ने का काम जो करता है!

--आईएएनएस

केआर/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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