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केदारनाथ यात्रा करने की है इच्छा, तो ऐसे करें अपनी Tour Planning

केदारनाथ मन्दिर (Kedarnath Temple) को हिन्दुओं के पवित्रतम गंतव्यों (चार धामों) में से एक माना जाता है.

Updated on: 20 May 2019, 12:49 PM

highlights

  • हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधामों की यात्रा की शुरुआत हो चुकी है
  • 11वें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ धाम के कपाट इस वर्ष 9 मई को खुल चुके हैं
  • चारधाम यात्रा का तीसरा पड़ाव केदारनाथ को माना जाता है

नई दिल्ली:

उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) के कपाट 7 मई को खुलने के बाद से हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधामों की यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. 11वें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ (Kedarnath) धाम के कपाट इस वर्ष 9 मई को खुल चुके हैं केदारनाथ (Kedarnath) उत्तराखण्ड के रूद्रप्रयाग (Rudraprayag) जिले में स्थित है. 

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केदारनाथ मन्दिर (Kedarnath Temple) को हिन्दुओं के पवित्रतम गंतव्यों (चार धामों) में से एक माना जाता है. चारधाम यात्रा का तीसरा पड़ाव केदारनाथ को माना जाता है मान्यता है कि तीर्थयात्री यमुना और गंगा के जल को यमुनोत्री और गंगोत्री से लाकर केदारनाथ का जलाभिषेक कर बाबा केदारनाथ को प्रसन्न करते हैं. गर्मियों के दौरान इस तीर्थस्थल पर पर्यटकों की भारी भीड़ भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिये आते हैं.

मान्यता है कि आठवीं सदी में चारों दिशाओं में चार धाम स्थापित करने के बाद 32 वर्ष की आयु में शंकराचार्य ने केदारनाथ धाम में ही समाधि ली थी. शंकराचार्य प्रसिद्ध हिन्दू सन्त थे जिन्हें अद्वैत वेदान्त के प्रति जागरूकता फैलाने के लिये जाना जाता है.

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इस साल केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए गुरुवार (9 मई) सुबह 5:35 बजे खुल चुके हैं. समुद्रतल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित होने के कारण चारों धामों में से यहां पहुंचना सबसे कठिन है.

केदारनाथ सड़क मार्ग से कैसे पहुंचें

सड़क मार्ग हरिद्वार, ऋषिकेश और कोटद्वार से गौरीकुण्ड के लिये बसें उपलब्ध हैं. यात्रा मौसम के दौरान गौरीकुण्ड पहुँचने पर पर्यटकों को विशेष यात्रा सुविधाये उपलब्ध रहती हैं. यात्री ऋषिकेश और गौरीकुण्ड – बद्रीनाथ के लिये नियमित रूप से चलने वाली टैक्सियों और कैब सुविधाओं का लाभ भी ले सकते हैं. यात्री गौरीकुण्ड से केदारनाथ तक अपना सामान ढोने के लिये घोड़े या पिट्ठू को किराये पर ले सकते हैं.

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केदारनाथ रेल मार्ग से कैसे पहुंचें

ट्रेन द्वारा केदारनाथ के लिये निकटतम रेलवेस्टेशन ऋषिकेश रेलवेस्टेशन है जो केदारनाथ से 221 किमी की दूरी पर स्थित है. यात्री रेलवे स्टेशन से केदारनाथ के लिये किराये की टैक्सियाँ ले सकते हैं. शुरूआती 207 किमी को टैक्सी द्वारा तय किया जाता है जबकि केदारनाथ के लिये बचे 14 किमी तक यात्रियों को पैदल चलना पड़ता है.

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केदारनाथ हवाई मार्ग से कैसे पहुंचें

एयर द्वारा केदारनाथ के लिये निकटतम हवाईअड्डा देहरादून का जॉली ग्रान्ट हवाईअड्डा है जो यहाँ से 239 किमी की दूरी पर स्थित है. यह हवाईअड्डा दिल्ली हवाईअड्डे से सीधे जुड़ा है जोकि सभी प्रमुख भारतीय शहरों से जुड़ा है. अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटक दिल्ली के इन्दिरा गाँधी अन्तर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से देहरादून हवाईअड्डे के लिये उड़ाने ले सकते हैं. देहरादून हवाईअड्डे से केदारनाथ के लिये टैक्सियाँ और कैब आसानी से उपलब्ध हैं.