Bengal Hinsa: पिछले एक महीने चर्चा का विषय बना हुआ है संदेशखाली. संदेशखाली पश्चिम बंगाल के नोर्थ 24 परगना जिले में बसा एक छोटा सा गांव है. आपको बता दें कि वहीं इलाका है जहां पिछले महीने की 5 जनवरी को ईडी का पर हमला हुआ था. आपको बता दें कि ईडी यहां शेख शाहजहां के घर पर छापा मारने गई थी. इसी दौरान कुछ लोगों ने ईडी टीम के सदस्यों पर हमला कर दिया था. इस घटना में केंद्रीय एजेंसी के 3 ऑफिसर घायल हो गए थे.
अब इस मामले पर नए-नए तथ्य सामने आने लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट की माने तो संदेशखाली की महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां और उसके साथियों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. महिलाओं का कहना है कि उन पर अत्याचार हो रहा है इतना ही नहीं जमीन कब्जाने और योन उत्पीड़न जैसे संगीन आरोप लगाए है. एक महिला का कहना कि महिलाएं यहां सेफ नहीं है किसी के साथ भी कुछ भी हो सकता है. हमे बाहर निकलने से भी डर लगता है. इतना ही नहीं टीएमसी के गुंडे किसी भी घर में जाकर सुंदर महिलाओं के साथ बदतमीजी करते हैं.
टीएमसी पार्टी से हैं आरोपी
संदेशखाली के घटनाओं में तीन नाम प्रमुख है और तीनों सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के बताएं जा रहे हैं. इसमें शाहजहां शेख, शिबू हाजरा और उत्तम सरकार का नाम शामिल है. जानकारी के अनुसार शिबू हाजरा और उत्तम सरकार को बंगाल पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. वहीं कहा जा रहा है कि तीसरा आरोपी शाहजहां शेख केंद्रीय शेख ईडी पर हमले के बाद से ही फरार चल रहा है.
महिला आयोग अध्यक्ष का दौरा
संदेशखाली की घटना पर नेशनल कमीशन फॉर वुमन ने भी संज्ञान लिया है. महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि संदेशखाली से आ रही रिपोर्ट काफी चिंताजनक है. यहां महिलाएं के खिलाफ लगातार अत्याचार हो रहे हैं. इसके साथ ही जान से मारने की भी धमकी दी जा रही है. इसके साथ रेखा शर्मा ने संदेशखाली का दौरा किया है और मौकास्थल पर स्थिति का जायजा लिया है. उन्होंने इस घटना पर बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का इस्तीफा मांगा है.
ममता बनर्जी ने किया बचाव
वहीं दूसरी ओर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर बयान जारी किया है. उन्होंने शाहजहां शेख का बचाव किया. बनर्जी ने कहा कि ये सारे आरोप बेबुनियाद और निराधार है. विपक्ष यहां आदिवासियों और मुस्लिमों को लड़ाने के लिए झूठी कहानी बना रहा है.
Source : News Nation Bureau